अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को एक राजनीतिक रैली पर हुए हमले में कम से कम 27 लोग मारे गए जबकि कई अन्य घायल हो गए। मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला पर यह हमला किया गया जिसमें वह बाल-बाल बच गए। अब्दुल्ला की अगुवाई में एक सभा चल रही थी जिसमें पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भी मौजूद थे। बता दें कि हाल में तालिबान से अमेरिका सेना हटाने को लेकर समझौता हुआ था।
हिज्ब-ए-वाहद पार्टी के नेता अब्दुल अली मजारी की 25 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित एक समारोह में यह हमला किया गया। प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा, 'धमाके हमले के साथ शुरू हुए। अब्दुल्ला और कुछ अन्य राजनेता हमले से बच गए।' उनहोंने कहा कि क्षेत्र में विशेष बल और पुलिस भेजे गए। काबुल के पश्चिम में हमले के इलाके को सुरक्षा बलों ने घेर लिया और मामले की छानबीन की जा रही है।
कई नेता थे मौजूद
आंतरिक मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा कि काबुल में आज के समारोह में शामिल हुए सीई अब्दुल्ला, पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, एचपीसी प्रमुख मोहम्मद करीम खलीली, और उप मुख्य कार्यकारी मोहम्मद मोहिक सुरक्षित हैं जबकि कि काबुल के पश्चिम में आज के हमले में कुछ लोग घायल हुए हैं।
तालिबान ने भागीदारी से किया इनकार
हमला सुबह 11:20 बजे (स्थानीय समय) हुआ जब खलीली कार्यक्रम में अपना भाषण दे रहे थे। अब्दुल्ला, करजई और खलीली सुरक्षित हैं और अपने निवास पर लौट आए हैं। तालिबान ने हमले में किसी भी तरह की भागीदारी से इनकार किया है। इस कार्यक्रम पर पिछले साल भी हमला किया गया था और कम से कम 11 लोग मारे गए थे।