म्यांमार की नेता आंग सान सू की ने एक बैठक में दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों (आसियान) से रोहिंग्या संकट में मदद की अपील की है। सिडनी में रविवार को ऑस्ट्रेलिया-आसियान समिट के दौरान नेताओं की मीटिंग में सू की ने रोहिंग्या मुद्दे को उठाया।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल ने रविवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया-आसियान समिट के दौरान हमने रखाइन प्रांत में स्थिति पर चर्चा की। आंग सान सू की ने भी प्रमुखता से मुद्दे को संबोधित किया। टर्नबुल ने कहा, ‘आंग सान सू की ने आसियान व अन्य देशों से मानवता के आधार पर समर्थन की मांग की है।‘
गौरतलब है कि सेना के बर्बर अभियान के कारण पिछले साल अगस्त में म्यांमार के रखाइन से 650,000 से अधिक रोहिंग्या नागरिकों को बांग्लादेश जाना पड़ा। इस पर सू की ने अपनी चुप्पी के लिए वैश्विक स्तर पर आलोचना की शिकार हुई।
इस साल आसियान के अध्यक्ष, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने कहा कि म्यांमार के पड़ोसी मौजूदा स्थिति के लिए चिंतित हैं, लेकिन नतीजे के लिए दबाव नहीं बनाया जा सकता। दोनों नेताओं ने कहा कि वे संकट के समाधान के लिए दीर्घावधि प्रयासों पर जोर देंगे और विस्थापित हुए लोगों को मानवीय मदद का समर्थन करते हैं। वहीं मलेशिया के नेता नजीब रज्जाक ने सु की पर यह कहते हुए दबाव बढ़ा दिया कि रोहिंग्या संकट से क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।