बिद्या देवी भंडारी आज फिर नेपाल की राष्ट्रपति चुन ली गईं। उन्होंने नेपाली कांग्रेस की नेता कुमारी लक्ष्मी राय को पराजित किया। वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में 2015 में चुनी गईं थी।
चुनाव आयोग के प्रवक्ता नवराज धाकाल ने बताया कि भंडारी को 39,275 वोट मिले जबकि लक्ष्मी राय को 11,730 वोट हासिल हुए। भंडारी 1994 और 1999 में संसदीय चुनाव भी जीत चुकी हैं।
56 वर्षीय भंडारी को सीपीएन-यूएमएल, सीपीएन (माओइस्ट सेंटर), संघीय समाजवादी फोरम-नेपाल और अन्य सीमांत दलों वाले सत्तारूढ़ वाम गठबंधन का समर्थन हासिल था। नेपाल में राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच सालों के लिए होता है, लेकिन इस बार ढाई साल बाद ही यह चुनाव कराए जा रहे हैं। इसका कारण पुरानी केंद्रीकृत राजनीतिक व्यवस्था को हटाने के बाद देश में नए संविधान के तहत पूर्ण संघवाद को लागू करने के लिए किया जा रहा है।
देश के निर्वाचन आयोग ने सरकार और विभिन्न राजनीतिक दलों से विचार करने के बाद राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की तारीख की घोषणा की थी। आयोग ने उम्मीदवारों के नामांकन के लिए सात मार्च की तिथि निर्धारित की थी। साथ ही मतगणना 13 मार्च को चुनाव संपन्न हो जाने के बाद ही कर दी गई।