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राम रथ लंका के रास्ते जनकपुरी

भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय जल्द ही बुद्ध सर्किट की तरह भारत भर में कृष्ण और राम सर्किट बनाने पर विचार कर रहा है। रामायण से जुड़े स्थानों पर काम भी शुरू हो गया है।
राम रथ लंका के रास्ते जनकपुरी

पर्यटन मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया, कि श्रीलंका ने वहां के तीन-चार रामायण से जुड़े स्थलों को रामायण सर्किट में जोड़ने के लिए पेशकश की है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए रावण की धरती पर राम नाम की कूटनीति का सहारा ले रही है। पौराणिक महत्व वाली इस धरती का रामायण में भी जिक्र है। इस योजना के लिए करोड़ों रुपये का बजट रखा गया है।

मंत्रालय ने श्रीलंका के साथ-साथ भारत में उत्तर प्रदेश में अयोध्या, नंदीग्राम और चित्रकूट, बिहार में सीतामढ़ी, बक्सर और दरभंगा, छत्तीसगढ़ में जगदलपुर, तेलांगना में भद्राचलम, कर्नाटक में हम्पी, तमिलनाडु में रामेश्वरम को भी रामायण सर्किट में जोड़ा जाएगा। पहले उत्तर प्रदेश में इसका काम शुरू होगा जिसके आगे की कड़ी रामेश्वरम होगा।

इस काम में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का योगदान सबसे अहम है। इसी साल फरवरी में उनके नेतृत्व में कोलंबो में एक डेलीगेशन गया था। श्रीलंका के विदेश मंत्री मंगला समरवीरा के साथ इस काम को आगे बढ़ाने के लिए एक बैठक हुई थी ताकि द्वीपक्षीय रिश्ते खास कर पर्यटन के क्षेत्र में प्रगाढ़ हो सकें 

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