सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा धार्मिक जीवन पर अपने वैचारिक नियंत्रण को बढ़ाने के एक प्रयास के बीच चीन आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त आस्था समूहों के धार्मिक समारोहों में राष्ट्रीय ध्वज लगाने को बढ़ावा दे रहा है।
ऐसे समूहों की देखरेख करने वाली पार्टी के यूनाईटेड फ्रंट वर्क विभाग वेबसाइट पर आज जारी एक बयान में कहा है कि ध्वज लगाने पर इसलिए जोर दिया जा रहा है ताकि पार्टी, देश और व्यक्ति का भविष्य ‘एक साथ मजबूती से बंधा’ हुआ दिखे।
आधिकारिक तौर पर नास्तिक दल ने इस साल देश के पांच अधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त धर्मों पर अपनी पकड़ मजबूत कर दी है।
मस्जिदों में राष्ट्रीय झंडा लगाने की दी थी हिदायत
कम्युनिस्ट पार्टी ने चीन के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने से मना किया है। इससे पहले यहां की मस्जिदों को राष्ट्रीय झंडा लगाने की हिदायत दी गई थी। साथ ही ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए नमाज के लिए बुलावा देने से भी मना किया गया है।