वहीं, अपने इजरायल दौरा खत्म करने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी के हैम्बर्ग में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जर्मनी पहुंच गए हैं। इस बीच, शिखर सम्मेलन में चीन और भारत के बीच मुलाकात को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। सिक्किम सीमा पर चल रहे गतिरोध के बीच चीन ने गुरुवार को कहा था कि जी-20 सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की द्विपक्षीय वार्ता के लिए माहौल सही नहीं है।
प्रदर्शनकारियों के साथ हुई झड़पों की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि उन्हें कार्रवाई तब करनी पड़ी, जब काले लिबास पहने लगभग एक हज़ार प्रदर्शनकारियों ने अपने मुखौटे हटाने से इनकार कर दिए। उन्होंने बताया कि इस दौरान एक वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया और तोड़-फोड़ भी की गई।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह के हालात के बाद हैम्बर्ग में 25 हज़ार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जिन्होंने शहर के मुख्य इलाकों को सुरक्षा व्यवस्था के तहत घेर लिया है ताकि प्रदर्शनकारियों को सम्मेलन स्थल पर जाने से रोका जा सके। इस दौरान ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि सम्मेलन के दौरान भी हैम्बर्ग में एक लाख प्रदर्शनकारी पहुंच सकते हैं।
गौरतलब है कि शिखर सम्मेलन के लिए जुटने वाले G-20 नेताओं के बीच आपस में कई मुद्दों पर मतभेद जारी हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन और व्यापार जैसे मुद्दे शामिल हैं। जर्मन चांसलर एंगेला मर्कल ने पिछले हफ्ते कहा था कि जी-20 में पेरिस जलवायु संधि विषय चर्चा के केंद्र में रहेगा, जिससे अमरीका पहले ही हाथ खींच चुका है।
सम्मेलन के दौरान पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से मुलाकात करेंगे। ट्रंप ने इससे पहले पोलैंड में एक भाषण में रूस की आलोचना करते हुए उससे ‘ज़िम्मेदार देशों के समुदाय में शामिल होने’ का आग्रह किया था।