पृथ्वी के लिए लिखे और गाए गए अर्थ एंथम यानि धरती गान को मिलने वाला वैश्विक समर्थन बढ़ता ही जा रहा है। इसी कड़ी में इंटरनेशनल यूनियन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ नेचर यानि आइयूसीएन ने भी अब इसे समर्थन दिया है।
अपने समर्थन पत्र में आइयूसीएन के ब्राजील में राष्ट्रीय प्रतिनिधि मॉरिकियो डिओनसिओ डिसूजा ने इसे प्रकृति के संरक्षण की दिशा में एक अहम, वैश्विक कदम करार दिया।
आइयूसीएन का गठन साल 1948 में किया गया था, आज यह विश्व की सबसे बड़ी पर्यावरण नेटवर्क बन चुकी है।
अर्थ एंथम को भारतीय कूटनीतिज्ञ अभय कुमार ने साल 2008 में लिखा था और साल 2013 के विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इसे जारी किया गया था। तब से लेकर अब तक इसे दुनियाभर की 30 भाषाओं में अनुवादित किया जा चुका है जो मानव जनसंख्या की 90 फीसदी आबादी द्वारा बोली जाती हैं। पिछले साल ही जानेमाने वॉयलिन वादक एल. सुब्रामनयम ने इसके लिए संगीत तैयार किया। इसी साल फरवरी में ब्राजील में आर्क्रेस्टा पर इसका प्रदर्शन भी हुआ था।
इससे पहले यूनेस्को ने अर्थ एंथम को क्रिएटिव और प्रेरणादायी बताया था जो दुनिया को एक साथ लाने में मददगार है।
इसके अलावा इस एंथम को नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता फिल्मकार श्याम बेनेगल और ऑस्कर पुरस्कार विजेता जेफ्फ्री ब्राउन जैसे अंतर्राष्ट्रीय शख्सियतों द्वारा सराहा जा चुका है।