गुरुवार को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी ‘मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल)’ को मान्यता देने से इंकार कर दिया है। इसके साथ ही, आयोग ने उम्मीदवारों को चुनावी अभियान में पार्टी का नाम और फोटो का उपयोग ना करने की चेतावनी दी है।
बता दें कि चुनाव आयोग ने यह रोक इसलिए लगाई है क्योंकि पार्टी के पोस्टरों में हाफिज सईद की तस्वीर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में पाकिस्तान चुनाव आयोग का कहना है कि ऐसी पार्टी के पास किसी तरह की कानूनी वैधता नहीं है और आयोग ने एमएमएल नाम की पार्टी के लिए किसी प्रतीक का आवंटन नहीं किया है। आयोग ने आगे कहा कि बल्ब के प्रतीक के साथ निर्दलीय उम्मीदवार शेख मोहम्मद याकूब एनए-120 उपचुनाव लड़ रहे हैं। उम्मीदवार जिस पार्टी का नाम उपयोग कर रहे हैं वह रजिस्टर्ड नहीं है।
पाकिस्तान चुनाव आयोग के मुताबिक, ऐसे उम्मीदवार को नोटिस जारी करने का निर्देश रिटर्निंग ऑफिसर को दे दिया गया है। आयोग की ओर से यह भी कहा गया कि जो भी ऐसा कह रहा है कि चुनाव आयोग ने पार्टी प्रतीक जारी कर दिया है और वे रजिस्टर्ड हैं, तो यह पूरी तरह गलत और आधारहीन है।
उल्लेखनीय है कि आतंकवादी हाफिज सईद ने सियासत में पांव जमाने के मकसद से गत माह पार्टी बनाई थी। वह पिछले छह महीने से पाकिस्तान में नजरबंद है। उसके संगठन जमात-उद-दावा की ओर से पाकिस्तान चुनाव आयोग में 'मिल्ली मुस्लिम लीग' के नाम से राजनीति पार्टी को मान्यता देने के लिए अर्जी दी गई थी।