इस हफ्ते के आखिर में प्रधानमंत्री की अमेरिका जाने वाले हैं। इस यात्रा के लिए भारत ने पाकिस्तान से उसका एयरस्पेस खोलने का औपचारिक अनुरोध किया है। प्रधानमंत्री मोदी, यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (उंगा) के सत्र में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क जा रहे हैं।
क्या चार्टर का उल्लंघन करेगा पाकिस्तान
एयरस्पेस को खोलने को लेकर पाकिस्तान को 20 सितंबर से पहले जवाब देना होगा। यदि वह इनकार करता है तो इसे इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन चार्टर का उल्लंघन माना जाएगा। चार्टर के नियम तहत यदि युद्ध या कोई आपातकालीन स्थिति नहीं है तो किसी तरह की पर्सनल फ्लाइट को मना नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान ने भी इस चार्टर पर हस्ताक्षर किए हैं। यही वजह है कि इस चार्टर के तहत पाक को मोदी की फ्लाइट के लिए अपने एयरस्पेस की मंजूरी देना पड़ सकती है।
बालाकोट और अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद बढ़ा है तनाव
भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा कर वहां का विशेष दर्जा खत्म कर देने के बाद पाकिस्तान ने एयरस्पेस पूरी तरह बंद करने की धमकी दी थी। लेकिन इस संबंध में कोई अधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई थी। भारत के फैसले के बाद, इस्लामाबाद ने भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को घटा दिया और आंशिक रूप से अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। हालांकि, प्रधानमंत्री ने पिछले महीने द्विपक्षीय बैठक के लिए फ्रांस जाने के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का उपयोग किया था।
राष्ट्रपति के लिए नहीं खोला था एयरस्पेस
इससे पहले इसी महीने पाकिस्तान ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की आइसलैंड यात्रा के लिए अपना एयरस्पेस नहीं खोला था। बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद इस्लामाबाद ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में 40 से अधिक सीआरपीएफ जवान मारे गए थे। इसके बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में आतंकियों के कैंप को नष्ट कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था और पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र भारत के लिए बंद कर दिया था। हालांकि हालात सामान्य होने के बाद 16 जुलाई को पाकिस्तान ने सभी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र पूरी तरह से खोल भी दिया था।