भारत और चीन में जारी तनाव के बीच रूस ने मंगलवार को कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का मजबूत दावेदार है और रूस के लिए भारत का समर्थन करेगा। इससे पहले रूस ने कहा है कि भारत और चीन आपस में अपने विवाद को सुलझा लेंगे और उन्हें किसी और की जरूरत नहीं है। बता दें कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस में विक्ट्री डे परेड के लिए पहुंचे हुए हैं।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लवारोव ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का मजबूत दावेदार है और हम भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं। हमें विश्वास है कि भारत सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बन सकता है।
हाल में बना अस्थायी सदस्य
17 जून को भारत ने आठवीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता हासिल की थी। भारत को 192 बैलट वोट्स में से 184 वोट मिले थे। निर्विरोध चुने जाने के बाद अब भारत 2021-22 कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था का अस्थाई सदस्य बन गया।
भारत-चीन को तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं
वहीं, विदेश मंत्री सर्गेई ने कहा है कि भारत और चीन को किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं और दोनों देश अपने विवाद को खुद ही सुलझा लेंगे। उन्होंने आशा जताई कि स्थिति शांतिपूर्ण रहेगी और दोनों ही देश विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। समझा जाता है कि रूस भारत और चीन के बीच मॉस्को पिछले दरवाजे से बातचीत के जरिए मुद्दे को सुलझाने की जुगत कर रहा है। इन कोशिशों के पीछे कई अन्य अहम कारण भी हैं। हाल ही में चीन पर रूस ने खुफिया जानकारी एकत्र करने का आरोप लगाया है। ऐसे में रूस अपने पुराने दोस्त भारत को लेकर ज्यादा सक्रिय हो गया है। भारत और चीन दोनों से बेहतर रिश्तों का इस्तेमाल कर रूस इस तनाव को कम करवाना चाह रहा है।