मालदीव राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। मालदिवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के इब्राहिम मोहम्मद सोलिह मालदीव के अगले राष्ट्रपति होंगे। रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को हरा दिया।
चुनाव आयोग के मुताबिक, सोलिह को 58.3 प्रतिशत वोट हासिल हुए। जीत के बाद सोलिह ने अपने पहले भाषण में कहा, ‘यह पल खुशी और उम्मीद का है’। यामीन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इब्राहिम भारत के साथ मजबूत रिश्तों के हिमायती रहे हैं, जबकि यामीन का झुकाव चीन की तरफ रहा है।
भारत समर्थक माने जाते हैं सोलिह, यामीन चीन समर्थक
इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को भारत समर्थक माना जाता है। वहीं निर्वतमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन चीन, पाकिस्तान के करीबी बताए जाते हैं। मालदीव की राजनीति में इस साल काफी उथल-पुथल रही, वहां की सुप्रीम कोर्ट और सरकार के बीच टकराव भी हुए, जिसके बाद अब्दुल्ला यामीन ने आपातकाल की घोषणा कर दी थी। उस वक्त अब्दुल्ला यामीन ने चीन, पाकिस्तान और सऊदी अरब को 'मित्र राष्ट्र' बताया था।
सोलिह को मिले 58.3 फीसदी वोट
मालदीव के चुनाव आयोग ने सोमवार को नतीजे घोषित किए, जिसके मुताबिक, सोलिह को 58.3 फीसदी वोट मिले हैं। सोलिह की जीत का ऐलान होने के साथ ही सड़कें विपक्ष के समर्थकों से भर गईं। सभी अपने हाथों में सोलिह की मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के पीले झंडे लिए नाच रहे थे।
विवादित रहा है यामीन का कार्यकाल
यामीन नवंबर 2013 में राष्ट्रपति बने थे। उनके कार्यकाल के दौरान राजनीतिक पार्टियों, अदालतों और मीडिया पर कार्रवाई की गई। यामीन के खिलाफ महाभियोग की कोशिश कर रहे सांसदों पर कार्रवाई की गई। इनमें से कई देश छोड़कर चले गए या कुछ को जेल में डाल दिया गया।
दरअसल, मालदीव में इसी साल की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को राजनीतिक बंदियों को छोड़ने का आदेश दिया था। राष्ट्रपति यामीन ने कोर्ट के आदेश को मानने से इनकार करते हुए वहां 15 दिन की इमरजेंसी लागू कर दी थी।