प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत करने पर चर्चा की। मोदी ने कहा कि कांग्रेस (कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस) के समय में आपका जो वक्तव्य था उनमें आपने ‘न्यू एरा’ (नए युग) की बात की और आज मैं भारत में ‘न्यू इंडिया’(नए भारत) की बात करता हूं। आपके न्यू एरा का सपना और हमारा नए भारत का प्रयास विश्व के लाभ के लिए सही दिशा में कदम है।
Congress(Communist party Congress) ke time pe jo aapka vaktavya tha usme aapne 'new era' ki baat ki & aaj main India mein 'new India' ki baat karta hoon. Aapka new era ka sapna aur humaara new India ka prayaas vishwa ke laabh ke liye sahi disha mein kadam hai: PM Modi pic.twitter.com/5vwQDh7r4s
— ANI (@ANI) April 27, 2018
चीन के हुबेई प्रांत के प्रमुख औद्योगिक शहर वुहान के हुबेई प्रांतीय संग्रहालय परिसर में ईस्ट लेक गेस्ट हाउस में दोपहर बाद दोनों नेताओं के बीच सद्भावपूर्ण माहौल में बैठक शुरू हुई। चीनी राष्ट्रपति ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर दोनों नेताओं ने भारत एवं चीन के द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया।
नदियों के किनारे हुआ दोनों देश की संस्कृतियों का विकास
मोदी ने बातचीत के दौरान कहा कि भारत एवं चीन दोनों की विशेषता रही है कि दोनों संस्कृतियों का विकास नदियों के किनारे हुआ है। अगर हम हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की सभ्यता की बात करें तो ये दोनों ही नदी किनारे विकसित हुईँ।
उन्होंने कहा कि वुहान शहर में उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अध्ययन दौरे पर आने का अवसर मिला था। थ्री गोर्जेस बांध के निर्माण को जिस तेजी से और जिस पैमाने पर बनाया गया था, उससे वह बहुत प्रभावित हुए थे। उन्होंने हर बात को बहुत बारीकी से देखा था। उन्होंने चीन द्वारा जलीय मार्गों के विकास की भी सराहना की।
मोदी का स्वागत करने राजधानी से दो बार बाहर आए जिनपिंग
मोदी ने कहा कि भारतीय लोगों के लिए यह गर्व की बात है कि मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूं जिसे आप (जिनपिंग) राजधानी से बाहर आकर दो बार स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों की यह जिम्मेदारी है कि हम विश्व की 40 फीसदी आबादी के लिए काम करें। ऐसा होने से हम कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। एक साथ काम करने के लिए यह हमारे पास बड़ा अवसर है।
The people of India feel really proud that I'm the first Prime Minister of India, for whom, you (Chinese President) have come out of the capital twice to receive me: Prime Minister Narendra Modi in Wuhan. #Hubei #China pic.twitter.com/8T3NEvSRR9
— ANI (@ANI) April 27, 2018
जिनपिंग के साथ प्रधानमंत्री ने संग्रहालय में मार्कीज यी की झेंग सांस्कृतिक अवशेष एवं विरासत पर एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिनपिंग ने मोदी को झेंग संस्कृति के पुरा अवशेषों को रुचिपूर्वक दिखाया। दोनों नेताओं के बीच अकेले में हुई बातचीत के बाद शाम को हुई बैठक में दोनों ओर से प्रतिनिधि भी शामिल हुए जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री एवं स्टेट काउंसलर वांग यी भी मौजूद थे।
दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक मुलाकात 2014 में शुरू हुई थी जब मोदी ने गुजरात के साबरमती आश्रम में शी की मेजबानी की थी। उसके बाद से दोनों ने कई अंतरराष्ट्रीय बैठकों के दौरान एक-दूसरे से मुलाकात और बातचीत की।