भारत के विदेश मंत्रालय ने यह साफ किया है कि बिश्केक में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ पीएम मोदी की कोई बैठक नहीं होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा, ‘जहां तक मेरी जानकारी है पीएम मोदी के साथ बिश्लेक के एससीओ सम्मेलन के इतर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ बैठक की कोई योजना नहीं बनाई गई है।‘
पाकिस्तान के विदेश सचिव और भारत में उसके पूर्व उच्चायुक्त सोहेल महमूद की भारत यात्रा के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि पीएम मोदी और इमरान खान के बीच मुलाकात हो सकती है लेकिन अब विदेश मंत्रालय ने इसे खारिज कर दिया है। रवीश कुमार ने बताया कि सोहेल महमूद व्यक्तिगत यात्रा पर भारत आए थे और उनके साथ कोई मुलाकात तय नहीं थी।
सोहेल महमूद की यात्रा से तेज हुईं अटकलें
बता दें कि बुधवार को सोहेल महमूद ने दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में ईद की नमाज पढ़ी थी। उनकी इस यात्रा से भारतीय अधिकारियों के साथ उनकी संभावित मीटिंग को लेकर अटकलें लगने लगीं, जिनके जरिए अगले हफ्ते किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की संभावित मुलाकात का अंदेशा जताया गया।
हाफिज सईद को पाकिस्तान में गद्दाफी स्टेडियम में ईद की नमाज की इजाजत न मिलने के सवाल पर रवीश कुमार ने कहा, 'हमने पहले भी देखा है कि इस तरह के एक्शन पर कोई फॉलोअप नहीं हुआ। पाकिस्तान को अपने कहे पर अमल करना चाहिए।'
इसके साथ ही, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ईरान से तेल आयात के मामले पर कहा, ‘मैनें जो पहले कहा उसमें ज्यादा परिवर्तन नहीं किया गया है। मौलिक सिद्धांत वही है जो भी हम फैसला लेंगे वह आर्थिक, ऊर्जा सुरक्षा और हमारे राष्ट्रीय हित पर आधारित होगा।‘
दोनों देशों में तल्खी बरकरार
पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंध तल्ख बने हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी की लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन्हें फोन कर बधाई भी दी थी लेकिन मोदी ने कहा था कि आतंकवाद मुक्त माहौल विकास के लिए जरूरी है। साथ ही शपथग्रहण समारोह में भी पाकिस्तान को अनदेखा करते हुए बिम्सटेक देशों के मेहमानों को आमंत्रित किया गया था।