पाकिस्तान की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने बिना कोई कारण बताए आज से 31 अगस्त यानी शनिवार तक भारत के लिए कराची की सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए तीनों महत्वपूर्ण हवाई क्षेत्रों को बंद कर दिया है। पाकिस्तान ने यह कदम अपने विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी के उस ट्वीट के एक दिन बाद उठाया है जिसमें उन्होंने कहा था कि, पाकिस्तान भारत के लिए पूरी तरह से हवाई मार्ग को बंद करने पर विचार कर रहा है। विमानन प्राधिकरण ने आज एयरमैन को जारी किए गए एक नोटिस में बदलाव की सूचना दे दी है। इसमें कहा गया है कि कराची जाने वाली सभी उड़ानों को 28 अगस्त से 31 अगस्त तक संशोधनों का पालन करना होगा।
पाक ने मंत्रीमंडल में दी थी सफाई
मंत्री ने मंगलवार को ट्वीट किया था, "मंत्रिमंडल की बैठक में अफगानिस्तान में भारतीय व्यापार के लिए पाकिस्तान के भूमि मार्गों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध का सुझाव दिया गया था।" मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कैबिनेट की बैठक के दौरान, खान ने भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के उपयोग पर आपत्ति जताई थी।
कैबिनेट को बताया गया कि 22 अगस्त को भारतीय प्रधानमंत्री को फ्रांस जाने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति दी गई थी क्योंकि तब तक ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं था।
पाक पहले भी बंद कर चुका है हवाई क्षेत्र
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद किया है। इससे पहले भी वह भारतीय एयरफोर्स के बालाकोट पर स्ट्राइक के बाद ऐसा कर चुका है। भारतीय एयरफोर्स ने इसी साल 26 फरवरी को बालाकोट में एयर स्ट्राइक और पुलवामा में जैश ए मोहम्मद के आत्मघाती हमले, जिसमें 40 भारतीय जवान मारे गए थे के बाद धीरे-धीरे तनाव कम लगा और 16 जुलाई को फिर से हवाई क्षेत्र पूरी तरह से खोल दिया गया था।
ताजा तनाव कश्मीर को लेकर
भारत-पाकिस्तान के बीच ताजा तनाव 5 अगस्त से फिर शुरू हुआ जब भारत ने जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य के दर्जे को छीन लिया। इसके बाद 26 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार का यह कदम, ‘ऐतिहासिक भूल है।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को जानकारी मिली थी कि भारत पाकिस्तान पर संभावित हमले को जायज ठहराने के लिए कश्मीर में "झूठा अभियान" चलाने की योजना बना रहा है। लेकिन हमारी सेना भी इसके लिए तैयार है। उन्होंने दुनिया से दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु संपन्न देश हैं।