पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने मंत्रिमंडल का ऐलान कर दिया है जिसमें 21 सदस्यों को शामिल किया गया है। इनमें से ज्यादातर लोग वे हैं जो पूर्व सैन्य तानाशाह जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के शासन काल में प्रमुख पदों पर रहे थे।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रवक्ता फवाद चौधरी ने बताया कि घोषित किए गए 21 नामों में से 16 के पास मंत्री पद होगा जबकि पांच अन्य प्रधानमंत्री के सलाहकार के तौर पर काम करेंगे।
चौधरी द्वारा अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की गई सूची के मुताबिक शाह महमूद कुरैशी को विदेश मंत्री, परवेज खट्टक को रक्षा मंत्री और असद उमर को वित्त मंत्री बनाया गया है। पार्टी के उपाध्यक्ष कुरैशी, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार के दौरान 2008 से 2011 तक विदेश मंत्री रहे थे।
असद उमर पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद उमर के बेटे हैं जो भारत के साथ 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना का हिस्सा रहे थे। वहीं खट्टक 2013 से 2018 तक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री रहे हैं। नवघोषित मंत्रिमंडल कल राष्ट्रपति आवास में शपथ लेगा।
‘द न्यूज’ की खबर के मुताबिक खान के मंत्रिमंडल में शामिल कम से कम 12 सदस्य जनरल (सेवानिवृत्त) मुशर्रफ के शासन के दौरान भी प्रमुख पद संभाल चुके हैं।
खबर में बताया गया कि नए मंत्रिमंडल में मुशर्रफ के पूर्व प्रवक्ता, उनके अटॉर्नी और उनके मंत्रिमंडल एवं कोर टीम के कई सदस्य शामिल हैं। रावलपिंडी के शेख राशिद को रेल मंत्री नियुक्त किया गया है। मुशर्रफ शासन काल के दौरान भी उनके पास यही मंत्रालय था।
तीन महिलाएं शिरीन मजारी, जुबैदा जलाल और फहमीदा मिर्जा भी मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं। पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक संघीय मंत्रिमंडल का आकार नेशनल एसेंबली और सीनेट की कुल संख्या के 11 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।