बचाव दल के अधिकारियों ने बताया कि शहर के शहराह-ई-फैसल में रीजेंट प्लाजा होटल के भूतल पर स्थित रसोई में आग लगी थी और इसके बाद इसने इमारत की छठी मंजिल को भी अपनी चपेट में ले लिया। घटना के समय होटल के अलग-अलग कमरों में करीब 100 अतिथि मौजूद थे।
एधी फाउंडेशन के फैसल एधी ने बताया कि तीन दमकल वाहनों ने घटनास्थल पर पहुंचकर अतिथियों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान शुरू किया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका लेकिन घटना में 11 लोगों की मौत हो गई।
कराची के मेयर वसीम अख्तर ने घटनास्थल का दौरा किया और मीडिया से बात करते हुये कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन आग लगने के कारण का पता अभी नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन निकास की व्यवस्था के अभाव और भारी धुएं के कारण बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न हुई।
अखबार डॉन ने जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर में आपातकालीन सेवाओं की प्रमुख डॉ. सीमीन जमाली ने बताया कि आग की घटना से प्रभावित हुए कम से कम 65 लोगों को आपातकालीन विभाग में लाया गया है।
जमाली ने बताया कि इनमें वे लोग शामिल हैं जिनकी हड्डियां आग से बचने के लिए होटल की खिड़कियों से कूदने के बाद टूट गई थी। इनमें कुछ लोग कांच के टूटने से घायल हो गए और कुछ लोगों को धुएं की वजह से सांस लेने में परेशानी हो रही थी। तीन विदेशी भी प्रभावित हुए हैं मगर उनकी हालत स्थिर है। बचाव अभियान अभी समाप्त नहीं हुआ है और ऐसी खबर है कि अभी भी कुछ लोग होटल के अंदर फंसे हुए हैं। आग लगने के कारण का अभी पता नहीं लगाया जा सका है। घटना के समय पाकिस्तानी क्रिकेटर सोहेब मकसूद भी होटल में मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार एक और क्रिकेटर यासीन मुर्तजा आग से बचने के लिए दूसरी मंजिल से जमीन पर कूद गए जिसमें उनके टखने की हड्डी टूट गई। करामत अली को टूटे हुए कांच पर गिरने से चोट आई हैं।