अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आरोपों के बाद अपना विरोध दर्ज कराने के लिए पाक में अमेरिकी राजदूत डेविड हेल को तलब किया है। ट्रंप ने पाकिस्तान पर अरबों डॉलर की विदेशी सहायता के बदले में आतंकवादियों को पनाह देकर अमेरिका से झूठ बोलने और उसे धोखा देने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने सोमवार रात हेल को समन भेजा। विदेश सचिव तेहमीना जांजुआ ने ट्रंप की टिप्पणियों को लेकर हेल से स्पष्टीकरण मांगा है। हालांकि विदेश कार्यालय के अधिकारियों की ओर से अभी कोई जवाब नहीं मिला है।
ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि उसने अमेरिकी नेताओं को ‘मूर्ख’ समझकर पिछले 15 वर्षों में दी गई सहायता राशि के बदले में अमेरिका को ‘झूठ और धोखे’ के सिवाए कुछ नहीं दिया और आतंकवादियों को ‘पनाहगाह’ मुहैया कराई।
पाकिस्तान पर अब तक का सबसे करारा हमला करते हुए ट्रंप ने साल के अपने पहले ट्वीट में यह संकेत भी दिया कि पाकिस्तान को दी जाने वाली विदेशी सहायता रोकी जा सकती है। बाद में व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोक दी है। उसने कहा कि ऐसी सहायता इस बात पर निर्भर करेगी कि पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ किस तरह की ठोस कार्रवाई करता है।