सिंधु नदी समझौते को लेकर भारत की ओर से हो रही सरगर्मियों के बारे में मुशर्रफ ने कहा कि हम प्यासे नहीं मरेंगे बल्कि लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने अब तक इस समझौते को कभी नहीं छुआ। इसका कारण मुशर्रफ ने अंतरराष्ट्रीय दबाव को बताया। उन्होंने कहा कि इस समझौते का उल्लंघन मुमकिन नहीं है।
सार्क सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ना जाने पर परवेज मुशर्रफ ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री अपनी मर्जी से पाकिस्तान जाते आते रहते हैं। कभी तो नवाज शरीफ को बधाई देने पहुंच जाते हैं और कभी पूरी दुनिया में पाकिस्तान को बदनाम करते हैं। पूर्व सैनिक तानाशाह ने आरोप लगाया कि उड़ी हमला दरअसल कश्मीर मुद्दे से जुड़ा है मगर भारत इस मसले की बात ही नहीं करता। बुरहान वानी को शहीद बताते हुए पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह ने कहा कि जिसके पीछे लाखों लोग निकले उसे लीडर न कहा जाए तो क्या कहा जाए।
परवेज मुशर्रफ ने कहा कि वो 'भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के साथ कश्मीर मसले का हल निकाल रहे थे। लेकिन भारत नहीं चाहता कश्मीर मसला कभी हल हो। मुशर्रफ ने कहा कि 'भारत एक बड़ा देश है लेकिन उसका दिल छोटा है। हिंदुस्तान दबाना चाहता है। बलूचिस्तान के मुद्दे को दरकिनार करते हुए मुशर्रफ ने कहा कि भारत इस मुद्दे से खेल रहा है। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में सब ठीक है। सिर्फ चंद लोग हैं जिन्हें भारत और रॉ मदद दे रहे हैं। उड़ी हमले पर मुशर्रफ ने कहा कि 'इस मसले को भारत बढ़ा चढ़ाकर दिखा रहा है। इस मुद्दे को इतनी तूल दी जा रही है कि पाकिस्तान पर हमला करने की बातें होने लगी हैं।