पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ संयुक्त विपक्ष के पीएम उम्मीदवार चुने गए। उन्होंने पीएम पद के लिए नामांकन किया। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से शाह महमूद कुरैशी ने नामांकन किया है। सोमवार दोपहर 2 बजे नेशनल असेंबली में पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री चुना जाएगा। शपथ से पहले ही शहबाज शरीफ ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा छेड़ा दिया है। उऩ्होंने कहा कि हम भारत के साथ शांति चाहते हैं लेकिन कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना शांति संभव नहीं है।
प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर पाकिस्तान नेशनल असेंबली में शनिवार आधी रात के बाद हुई वोटिंग में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। संयुक्त विपक्ष को 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 174 सदस्यों का समर्थन मिला, जो प्रधानमंत्री इमरान खान को अपदस्थ करने के लिए आवश्यक बहुमत 172 से अधिक है।
पाकिस्तान के इतिहास में इमरान खान ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाया गया है। मतदान के समय 69 वर्षीय खान निचले सदन में मौजूद नहीं थे और उनकी पार्टी पीटीआई के सांसद भी वाक आउट कर गए। हालांकि, पीटीआई के बागी सदस्य सदन में उपस्थित रहे।
शहबाज शरीफ ने नामांकन के बाद कहा कि हम भारत से बेहतर रिश्ते चाहते हैं। कश्मीर मसले पर भारत से बात करेंगे। पाक मीडिया के मुताबिक शहबाज शरीफ ने कहा कि राष्ट्रीय सद्भाव मेरी पहली प्राथमिकता है।
ऐसे में तय है कि शहबाज शरीफ भी अपने पूर्ववर्ती इमरान खान की तरह कश्मीर राग गाना जारी रखेंगे। पाकिस्तान में सेना के डर से हर राजनीतिक दल की मजबूरी है कि वे कश्मीर मुद्दे को हमेशा उठाते रहे।