तजाकिस्तान की एक जेल में दंगा भड़कने की वजह से 32 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में इस्लामिक स्टेट समूह के 24 सदस्य और तीन गार्ड शामिल हैं।
न्याय मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में बताया कि राजधानी दुशांबे के पास स्थित जेल में रविवार शाम दंगा भड़क गया। दंगे के दौरान आईएस के कैदियों ने पांच कैदियों और तीन गार्डों को मौत के घाट उतार दिया।
इन जेलों में पहले भी हुए हैं दंगे
2014 में ब्राज़ील की एक जेल में लगभग हजार कैदियों ने विद्रोह कर दिया था जिसमें चार कैदी मारे गए थे जबकि दो के सर धड़ से अलग कर दिए गए थे। यह हिंसा आपसी गुटबाजी और अच्छे खाने के मांग के चलते हुई थी।
2016 में उत्तरी मैक्सिको की मांटेरे की एक जेल में दंगा और आगजनी हुई थी। इस घटना में लगभग 50 लोग मारे गए थे जबकि कई लोग घायल हुए थे। यह इलाका ड्रग तस्करों के बीच हिंसा के लिए जाना जाता रहा है। यह हिंसा कुख्यात जेटास ड्रग माफिया के गुट से जुड़े एक कैदी के जेल से फरार होने की कोशिशों के बाद हिंसा भड़की।
2018 में वेनेजुएला के वैलेंसिया की जेल में दंगे के दौरान आग लगने से 68 लोगों की मौत हुई थी। जेल में कैदियों के बीच दंगे शुरू हुए जिसके बाद पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी।