प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के मेक इन इंडिया कार्यक्रम में स्वीडन शुरू से ही मजबूत भागीदार रहा है। उन्होंने कहा, 'आज की हमारी बातचीत में सबसे प्रमुख थीम यह थी कि भारत में विकास के अवसरों में स्वीडन किस प्रकार से भारत के साथ ‘विन-विन पार्टनरशिप कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप आज हमने एक इनोवेशन पार्टनरशिप और ज्वाइंट एक्शन प्लान पर सहमति की है।‘स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लॉवेन ने मोदी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनका देश भारत के साथ मिलकर रक्षा में साझेदारी और बढ़ाएगा। उन्होंने भारत को मजबूत वैश्विक शक्ति बताया।
मोदी ने कहा कि भारत और स्वीडन नवाचार साझेदारी और संयुक्त कार्य योजना पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेरी स्वीडन की यह पहली यात्रा है और भारत के प्रधानमंत्री की स्वीडन यात्रा लगभग तीन दशकों के अंतराल के बाद हो रही है। उन्होंने कहा कि मुंबई में 2016 में हुए सम्मेलन में स्वीडन के प्रधानमंत्री एक बड़े दल के साथ शामिल हुए थे।
Sweden has been a strong contributor to our 'Make in India' program. Swedish PM led a big delegation to the Mumbai summit in 2016: PM Modi pic.twitter.com/3gxNE7LSVr
— ANI (@ANI) April 17, 2018
मोदी ने कहा कि स्वीडन के साथ भारते के रिश्ते काफी मजबूत रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि ये रिश्ते भविष्य में भी जारी रहेंगे। उन्होंने विशेष तौर पर रक्षा क्षेत्र का जिक्र किया। दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने इस दौरान रक्षा और तकनीक के क्षेत्र में संयुक्त कार्य योजना पर हस्ताक्षर भी किए.
इस मौके पर स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लॉवेन कहा कि वह इस बात के लिए भारत की प्रशंसा करते हैं कि उसने प्रगति और समृद्धि के लिए नवाचार पर विशेष ध्यान दिया है।