एयर स्ट्राइक के बाद भारत पाकिस्तान के बीच सीमा पर चल रहे तनाव के बाद आज पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने बातचीत से मसले हल करने की बात कही और कहा कि जंग अगर शुरू हो गई तो वह कहां जाएगी, यह किसी के हाथ में नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद था कि कोई कोलैटरल डैमेज ना हो। हमें दिखाना था कि हम भी जवाब दे सकते हैं।
'हमारा मकसद था कोई कोलैटरल डैमेज ना हो'
उन्होंने कहा कि हमने पुलवामा के बाद भारत को जांच के लिए कहा था। हम पूरी तरह तैयार हैं। हमने इसलिए कहा था कि यह पाकिस्तान के हित में नहीं है कि उसकी जमीन आतंकवाद के लिए इस्तेमाल की जाए। मैंने कहा था कि अगर भारत कोई एक्शन लेता है तो हमारी मजबूरी होगी जवाब देगा। कल सुबह जो एक्शन लिया गया, मेरी आर्मी चीफ और एयर चीफ से बात हुई। हमने तब एक्शन नहीं लिया क्योंकि हमें पता नहीं था कि कितना नुकसान हुआ है। हमारा मकसद था कि कोई कोलैटरल डैमेज ना हो। आज हमने इसलिए एक्शन लिया हमें दिखाना था कि हम भी जवाब दे सकते हैं।
'जंग शुरू हुई तो किसी के कंट्रोल में नहीं होगी'
उन्होंने कहा कि मैं हिंदुस्तान से मुखातिब हूं। इसके आगे क्या? यहां हम थोड़ी अक्ल इस्तेमाल करें। जिन्होंने जंग शुरू किया, उन्हें पता नहीं था, ये जंग कितने दिनों तक चलेंगी। दूसरा विश्व युद्ध महीनों में खत्म होना था लेकिन सालों चला। क्या अमेरिका ने सोचा था कि वो 17 साल अफगानिस्तान में फंसे रहेंगे।
मेरा सवाल है कि जो हथियार आपके पास हैं, क्या हमारे पास नहीं हैं? अगर जंग शुरू हुई तो न मेरे कंट्रोल में होगी, न नरेंद्र मोदी के कंट्रोल में होगी। किसी भी किस्म की बातचीत करना चाहते हैं, दहशतगर्दी को लेकर हम तैयार हैं। हमें बैठकर हर मसले हल करने चाहिए।