नौसेना अड्डा बनाने को लेकर पिछले दिनों सेशल्स ने भारत के साथ जो समझौता तोड़ दिया था, उस पर सोमवार को भारत और सेशेल्स के बीच आखिर करार हो गया। यह नौसेना अड्डा भारत की मदद से सेशेल्स के असम्पशन आइलैंड पर बनना है। चीन को काउंटर करने के लिए समझौते का टूटना भारत की कवायद को झटका माना जा रहा था।
सेशल्स के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान हुआ यह समझौता काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भारत और सेशेल्स के बीच छह समझौतों पर दस्तखत हुए। यह समझौते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फाउरे के बीच हुई बातचीत के बाद हुए।
हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और फाउरे ने प्रतिरक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। बैठक के बाद पीएम मोदी ने मीडिया को कहा कि भारत सेशल्स को समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सौ मिलियन डॉलर का कर्ज देगा। पीएम मोदी ने कहा कि हम एक-दूसरे के अधिकारों का ध्यान रखते हुए एजम्प्शन आईलैंड परियोजना पर साथ मिलकर काम करने को सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत और सेशल्स प्रमुख रणनीतिक साझेदार हैं। हम लोकतंत्र के मूल मूल्यों का सम्मान करते हैं और हिंद महासागर में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए भू-रणनीतिक दृष्टि साझा करते हैं।
सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फाउरे ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के पास एक दूरदर्शी समझ है कि दांव पर क्या लगा है, खासकर सुरक्षा, रक्षा और जलवायु परिवर्तन, बहुपक्षीय व्यापार संबंधी समझौते और असमानता की खाई जैसे हमारे समय की मुख्य चुनौतियों के बारे में। उन्होंने कहा कि असम्पशन आइलैंड प्रॉजेक्ट पर चर्चा हुई और हम एक-दूसरे के हितों का ध्यान रखते हुए साथ मिलकर काम करेंगे ।
पिछले दिनों सेशल्स के राष्ट्रपति ने घोषणा की थी कि इस प्रॉजेक्ट के सभी उद्देश्य खत्म हो चुके हैं और सेशल्स अगले साल अपने धन से सैन्य अड्डे का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा था कि हम असम्पशन आइलैंड पर कोस्ट गार्ड फैसेलिटी के निर्माण के लिए खुद फंड अलग से रखेंगे। इस इलाके में हमारा सैन्य अड्डा होना जरूरी है।