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यदि आप दिल्ली या बीजिंग में हैं तो ध्यान दें: नाटो की भारत को कड़ी चेतावनी

भारत और रूस की दोस्ती अब यूरोपीय देशों को अधिक खटकने लगी है। अमेरिका द्वारा भारत पर कमर तोड़ टैरिफ लगाने...
यदि आप दिल्ली या बीजिंग में हैं तो ध्यान दें: नाटो की भारत को कड़ी चेतावनी

भारत और रूस की दोस्ती अब यूरोपीय देशों को अधिक खटकने लगी है। अमेरिका द्वारा भारत पर कमर तोड़ टैरिफ लगाने की धमकी के बाद अब नाटो ने भी भारत के खिलाफ चेतावनी जारी की है। नाटो के महासचिव मार्क रूटे ने कहा है कि यदि भारत रूस के साथ संबंध इसी तरह बनाए रखता रहा तो उस पर भारी प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। उन्होंने भारत के साथ चीन और ब्राजील को भी चेतावनी दी। अमेरिका और यूरोपीय देशों को भारत‑रूस की आर्थिक साझेदारी सबसे अधिक खटकती है ।

रुटे ने यह बयान अमेरिकी सांसदों से मुलाक़ात के दौरान दिया था । ठीक अगले दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन को सहायता पैकेज की घोषणा की और कहा कि यदि 50 दिनों के भीतर शांति समझौता नहीं होता तो रूस से सामान खरीदने वाले देशों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाए जा सकते हैं ।

रुटे ने पत्रकारों से कहा, “यदि आप दिल्ली या बीजिंग में रहते हैं या आप ब्राज़ील के राष्ट्रपति हैं तो आपको इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि इसका असर आप पर बहुत भारी पड़ सकता है।” उन्होंने यह भी कहा, “आपको पुतिन को कॉल करके उनसे शांति वार्ता को गंभीरता से लेने के लिए कहना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो भारत चीन और ब्राज़ील को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।”

हाल ही में अमेरिका ने भी भारत को टारगेट करना शुरू कर दिया है। ऑपरेशन सिंदूर से पहले भारत-अमेरिका संबंध लगातार मजबूत हो रहे थे लेकिन अब इनमें दरार आई है। अमेरिका ने ब्रिक्स देशों—रूस, ब्राज़ील, चीन व भारत—पर भी टैरिफ की धमकी दी है। ये देश रूस से बड़ी मात्रा में तेल और गैस आयात करते हैं और अमेरिका का मानना है कि इस समझौते से रूस को यूक्रेन युद्ध में लाभ मिल रहा है। भारत का कहना है कि यदि वह रूस से तेल का आयात बंद करता है तो इससे उसकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर होगा। आने वाला समय बहुत ही दिलचस्प रहने वाला है।

 

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