लंदन। ब्रिटेन के एक वृद्धाश्रम में 101 वर्षीय महिला सहित बुजुर्ग मरीजों के यौन उत्पीड़न के आरोप में भारतीय मूल की 25 वर्षीय महिला को 10 साल की सजा सुनाई गई है। दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड के डेवोन में क्रिस्टीना सेठी नामक इस महिला ने वृद्धाश्रम में तीन मरीजों को निशाना बनाया जिनमें एक पुरूष और दो महिलाओं थीं। मामले की सुनवाई के दौरान प्लाईमाउथ क्राउन कोर्ट ने बताया कि महिला ने अपने मोबाइल फोन पर इस उत्पीड़न की फिल्म बनाई थी, जिसे उसने अपने प्रेमी को भी भेजा। गौरतलब है कि क्रिस्टीना वृद्धाश्रम में केयर वर्कर के तौर पर काम करती थी। क्रिस्टीना का यह अपराध तब प्रकाश में आया, जब उसका कम्प्यूटर लेकर आए एक व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न की फिल्म देखीं, जिसके बाद उसने पुलिस में इस बात की सूचना दी।
क्रिस्टीना डिमेंशिया से पीडि़त मरीजों को जानबूभुाकर कर निशाना बनाती थी, जिनमें से एक 101 वर्षीय महिला भी थी। घटना के दौरान उसकी एक मरीज की मौत भी हो गई। कल सजा सुनाते वक्त न्यायाधीश रिचर्ड स्टीड ने कहा कि उसने तीन बेहद संवेदनशील और बुजुर्ग पीडि़तों के साथ बहुत घिनौना अपराध किया है, जो वृद्धाश्रम में उसकी निगरानी में थे। उन्होंने कहा, तुमने तीन बुजुर्गों का अपमान किया है जो आप पर विश्वास करते थे।
पुलिस ने क्रिस्टीना के कृत्य को समझ से परे बताया है। डिटेक्टिव इंस्पेक्टर एड राइट ने बताया, क्रिस्टीना ने एेसा अपराध किया है जो आम लोग कभी नहीं कर सकते। वीडियो में वह दो बुजुर्ग महिलाओं का यौन उत्पीड़न करती हुई दिख रही थी, जिसमें से एक ने बेहद असहाय भाव से पूछा, 'तुम मेरे साथ क्या कर रही हो?' क्रिस्टीना ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसने ये फुटेज अपने प्रेमी को भेजे थे।