संयुक्त राष्ट्र के ह्युमनिटेरियन को-ऑर्डिनेटर जेमी मैकगोल्ड्रिक ने कहा कि अंत्येष्टि के लिए जुटे कर्मचारियों को सना में हुए इस हमले से काफी धक्का पहुंचा हैं और वे काफी गुस्से में हैं।
140 लोगों के मरने का आंकड़ा शुरुआती हेल्थ रिपोर्ट के आधार पर जारी की गई है। यूएन ने घटना की तुरंत जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि इंटरनेशनल कम्युनिटी को यह सुनिश्चित करना चाहिए किसी आम नागरिक की मौत न हो। सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गुट ने अप्रैल 2015 में यमन की राजधानी सना में मौजूद हूथी विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले करने का फैसला लिया था।
यमन अरब के सबसे गरीब देशों में एक है और पिछले काफी समय से अस्थिरता का सामना कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में शनिवार को हुए हमले को अब तक के सबसे खतरनाक हमलों में एक माना जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये हमला यमन के राष्ट्रपति अबेद्राब्बो मंसूर हैदी के समर्थन में किया गया था। हालांकि, सऊदी गुट ने एक बयान में कहा है कि घटना की जगह पर उसने कोई कार्रवाई नहीं की और घटना के लिए दूसरे कारणों की जांच की जानी चाहिए।