लाल सागर क्षेत्र के गवर्नर अम्र हनाफी ने बताया कि बचावकर्मियों ने तटीय शहर मार्सा आलम के दक्षिण में नौका से 28 लोगों को बचाया तथा कुछ लोगों को चिकित्सकीय उपचार के लिए हवाई मार्ग से ले जाया गया।
फेसबुक पर लाल सागर ‘गवर्नरेट’ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, हनाफी ने उस स्थान का दौरा किया जहां नौका डूबी थी।
हनाफी ने बताया कि नौका पर कुल 44 लोग सवार थे, जिनमें चालक दल के सदस्यों समेत मिस्र के 13 लोग शामिल थे। नौका पर अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, पोलैंड, बेल्जियम, स्विट्जरलैंड, फिनलैंड, चीन, स्लोवाकिया, स्पेन और आयरलैंड के 31 विदेशी नागरिक सवार थे।
अधिकारियों के अनुसार, ‘सी स्टोरी’ नामक इस नौका में कोई तकनीकी समस्या नहीं थी और उसने यात्रा से पहले सभी आवश्यक परमिट प्राप्त किए थे। नौवहन सुरक्षा के संबंध में इसकी अंतिम बार मार्च में जांच की गई थी।
‘गवर्नरेट’ द्वारा दी गई ताजा जानकारी के अनुसार, नौका के चालक दल और पर्यटकों के बयानों के आधार पर प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि एक बड़ी लहर नौका से टकराई जिससे वह पलट गई।
‘गवर्नरेट’ को सोमवार को सूर्योदय से कुछ पहले ही नौका से उसके संकट में होने की सूचना प्राप्त हुई। यह नौका मार्सा आलम से पांच दिन की यात्रा पर निकली थी।
यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि चार डेस्क वाली लकड़ी की पतवार वाली मोटर नौका किस कारण से डूबी। इसके निर्माता की वेबसाइट के अनुसार नौका को 2022 में बनाया गया था और इसमें 36 यात्री बैठ सकते हैं। मिस्र की सेना ‘गवर्नरेट’ के साथ बचाव अभियान का समन्वय कर रही है।
क्षेत्र में संघर्षों के खतरे के कारण कई पर्यटक कंपनियों ने लाल सागर की यात्रा बंद कर दी है या उसे सीमित कर दिया है।