मिस्र के तटीय प्रांत बहेरा के गवर्नर मोहम्मद सुल्तान ने मरने वालों का ताजा आंकड़ा दिया और बताया कि कई और लोगों के मारे जाने की आशंका है। उन्होंने साथ ही कहा कि तलाशी अभियान अब भी जारी है। लापता लोगों में कई बच्चों और महिलाओं के होने की बात कही जा रही है जो नाव के डूबने पर तैर नहीं पाए। रोसेटा शहर के निकट शुक्रवार सुबह बचाव दल ने मत्स्य नौकाओं से 20 से 30 शव लाए और उनको वहां खड़ी एंबुलेंस में रखा। प्रवासियों को ले जा रही नौका बुधवार को रोसेटा शहर के तट की तरफ समुद्र में 12 किलोमीटर दूर डूब गई थी। इस हादसे में मारे गए लोगों में बहुत सारे बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
इलाके में स्थानीय परिषद के प्रमुख अली अब्दुल सत्तार ने कहा कि तेज बहाव के कारण शव घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर चले गए थे। उन्होंने कहा, आज चार शव घटनास्थल से 20 किलोमीटर पूर्व से बरामद किए गए। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर का अनुमान है कि नौका पर करीब 450 लोग सवार थे, हालांकि मिस्र की सरकारी समाचार एजेंसी मेना ने पहले खबर दी थी कि यह संख्या 600 तक हो सकती है। गौरतलब है कि युद्ध और आंतकवाद से त्रस्त सीरिया से लाखों लोग बेहतर और सुरक्षित जिंदगी की तलाश में यूरोपीय देशों में शरण पाने के लिए नौकाओं के जरिये समुद्र पार करने का जोखिम लेते रहे हैं। इससे पहले भी शर्णार्थियों को ले जा री कई नौकाएं सागर में दुर्घटना का शिकार हो चुकी हैं।