काबुल शहर के दारुलामन इलाके में शनिवार (स्थानीय समयानुसार) को एक विस्फोट में कम से कम 63 लोगों की मौत हो गई और 182 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
अफगान आंतरिक मंत्रालय ने हमले की पुष्टि की और कहा कि विस्फोट रात लगभग 10:40 बजे हुआ। अफगानी पत्रकार बिलाल सरवरी के अनुसार, यह एक धमाका एक शादी समारोह के दौरान हुआ जिसे एक आत्मघाती हमलावर द्वारा अंजाम दिया गया।
सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जब विस्फोट हुआ तो आसपास के हॉल मेहमानों से खचाखच भरा था। घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया।
सरवरी ने ट्वीट किया "यह हमला एक आत्मघाती हमला था। विस्फोटकों से लैस हमलावर ने शादी के हॉल में विस्फोट कर दिया। बड़ी संख्या में हताहत और घायल हुए हैं।”
अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यह इस साल काबुल का सबसे घातक हमला हो सकता है। यहां 1,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया था।
गुल मोहम्मद ने कहा कि विस्फोट उस मंच के पास हुआ जहां संगीतकार थे। वहां मौजूद सभी सभी युवा, बच्चे और लोग मारे गए।
घायलों में से एक मोहम्मद तोफान ने कहा कि "बहुत सारे मेहमान मारे गए।"
हमले के दौरान वहीं मौजूद अहमद ओमिद ने कहा कि उनके पिता के चचेरे भाई की शादी में लगभग 1,200 मेहमानों को आमंत्रित किया गया था। मैं दूसरे कमरे में दूल्हे के साथ था जब हमने धमाका सुना और तब बाहर निकला। हर कोई हॉल के चारों ओर पड़े थे।"
तालिबान और इस्लामिक स्टेट पर संदेह
आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता नुसरत रहीमी ने बताया कि तालिबान और इस्लामिक स्टेट समूह के स्थानीय सहयोगी राजधानी में खूनी हमलों को अंजाम देते हैं।
8 अगस्त को 14 लोग मारे गए थे
काबुल में इसी महीने यह दूसरा हमला है। 8 अगस्त को हुए विस्फोट में 14 लोग मारे गए थे जबकि 145 घायल हुए थे। पश्चिमी इलाके में अफगान सुरक्षाकर्मियों को तालिबान ने अपना निशाना बनाया था। इसके लिए कार का इस्तेमाल किया गया था। तालिबान और इस्लामिक स्टेट ग्रुप के आतंकी इस तरह के हमलों को अंजाम देते रहते हैं।
28 सितंबर को होने हैं चुनाव
अफगानिस्तान में इस साल 28 सितंबर को चुनाव होने हैं। इसे लेकर अमेरिका और तालिबान के बीच चल रही वार्ता के साथ ही हिंसा बढ़ गई है। इस धमाके ने अफगानिस्तान की राजधानी में पिछले कुछ दिनों से बहाल हुई शांति फिर छीन ली है। शादी हॉल में बम विस्फोट की घटना को अफगानिस्तान का इस साल का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।