अधिकार समूह सिख कोएलिशन के अनुसार, गुरदित सिंह को इस मशहूर एम्यूज़मेंट पार्क में वर्ष 2008 में पत्र लाने-ले जाने वाले के तौर पर नौकरी मिली थी लेकिन वहां उसके बॉस ने उसे बताया था कि उसे उसके धार्मिक वेश के कारण ऐसे रास्तों से आने-जाने की अनुमति नहीं होगी, जिनसे पार्क में आए मेहमानों के गुजरने की संभावना हो क्योंकि उसका धार्मिक वेश कंपनी की लुक पॉलिसी का उल्लंघन करता है।
डिज्नी को लिखे पत्र में सिख कोएलिशन और अमेरिकन सिविल लिबटीर्ज यूनियन ने कहा कि इस अलगाव के कारण सिंह को एक ऐसे मेल रूट पर काम करना पड़ा, जिसपर काम का बोझ दूसरे रूटों की तुलना में ज्यादा था।इससे सिंह के सहकर्मियों के बीच वैर भाव पैदा हो गया क्योंकि वह दूसरे रूटों पर कामकाज में मदद नहीं कर पाता था। इसके कारण उसकी पेशेवर तरक्की की संभावनाएं भी बाधित हो गईं। सिख कोएलिशन और एसीएलयू के हस्तक्षेप के बाद वॉल्ट डिज़्नी वलर्ड ने अंतत: अपने फैसले को पलटा और सिंह को धार्मिक स्वीकार्यता दे दी।