जर्मनी के विदेश मंत्री हेको मास ने उम्मीद जाहिर की है कि अमेरिका में आगामी तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव के बाद दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों की शुरूआत हो सकती है।
अमेरिका में इस समय रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा डेमोक्रेट पद के प्रत्याशी जो बिडेन के बीच कांटे की टक्कर है ।
मास ने समाचार पत्र तागेस्सपिगेल को दिए एक साक्षात्कार में कहा “ चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद हम अपने प्रस्तावों को लेकर अमेरिका के समक्ष जाएंगे और एक नई अटलांटिक पारगमन संधि का प्रस्ताव रखेंगे क्योंकि अगर हमने इस समय के ज्वलंत मसलों को नहीं सुलझाया जो विश्व का भविष्य काफी अनिश्चित होगा।”
हालांकि उन्होंने इस बात पर कोई टिप्प्णी नहीं की कि वह किस उम्मीदवार की जीत के पक्ष में हैं लेकिन यह जरूर कहा कि मौजूदा ट्रंप प्रशासन की विदेश नीति अस्वीकार है और श्री बिडेन कईं बहुपक्षीय समझौतों के समर्थन में है ।
गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन के कार्यकाल में जर्मनी और अमेरिका के सबंधों में काफी तल्खियां आई है और दोनों देशों में आपसी व्यापार , जर्मनी के सैन्य बजट, जर्मनी में तैनात अमेरिकी सैनिकों और वैश्विक राजनीति में अहमियत रखने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठनो की भूमिका को लेकर काफी असहमति है।