जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तारीफ की है। अमेरिका ने कहा कि वे पाकिस्तानी प्रधान मंत्री खान की घोषित प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं कि पाकिस्तान, अपने भविष्य के लिए, आतंकवादी और आतंकवादी समूहों को अपने क्षेत्र से काम करने की अनुमति नहीं देगा।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है और दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए एक गंभीर खतरा है। उनके वैश्विक आतंकी घोषित करना शांतिपूर्ण और स्थिर दक्षिण एशिया को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, "इस विजन के अनुरूप, हम पाकिस्तानी प्रधान मंत्री खान की घोषित प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं कि पाकिस्तान, अपने भविष्य के लिए, आतंकवादी और आतंकवादी समूहों को अपने क्षेत्र से काम करने की अनुमति नहीं देगा।"
प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान से आगे और निरंतर कार्रवाई के लिए तत्पर है क्योंकि वह उसके अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों के अनुरूप नेशनल एक्शन प्लान में उल्लिखित है।
‘इमरान सही बातें कह रहे हैं....’
अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सही बातें कर रहे हैं। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इमरान देश में कुछ बदलाव करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनके सैन्य नेतृत्व को भी सही निर्णय लेने और सही कदम उठाने की जरूरत है।
अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका आतंकवादी समूहों को मदद देने की पाकिस्तान की नीति को बदलने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने करीब डेढ़ साल पहले पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता कम करने का आदेश दिया था।
अधिकारी ने कहा, ‘हम असैन्य सरकार का समर्थन करते हैं। हम वहां शुरू हो रही लोकतांत्रिक प्रणाली का समर्थन करते हैं। हम इस तथ्य का समर्थन करते हैं कि (पाकिस्तान के) प्रधानमंत्री (इमरान) खान सही बातें कहते हैं और पाकिस्तान में कुछ बदलाव करने की कोशिश कर रहे है, लेकिन यह समय ही बताएगा कि वह इसमें सफल होंगे या नहीं।’
‘पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व को भी सही निर्णय लेने जरूरत’
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व को भी सही निर्णय लेने और सही कदम उठाने की आवश्यकता है। अधिकारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री खान जिस दिशा में जाते दिख रहे हैं, सेना अभी तक उस ओर समर्थन देते दिख रही है।’
अधिकारी ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाना महत्वपूर्ण था ताकि पाकिस्तान को यात्रा प्रतिबंध, संपत्ति सील करने और अन्य कदमों जैसी उसकी प्रतिबद्धताओं के लिए जवाबदेह ठहराया जा सके।’ उन्होंने कहा कि अब वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए जवाबदेह हैं। यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करेगा या नहीं, लेकिन हम आशावादी बने हुए हैं।
व्हाइट हाउस ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता गैरेट मार्किस ने कहा: "अजहर को नामित करना पाकिस्तान में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने और दक्षिण एशिया में सुरक्षा और स्थिरता लाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है"।
पोम्पिओ ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन को दी बधाई
विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भी इस कदम का स्वागत किया और कहा कि यह अमेरिकी कूटनीति और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जीत है।
पोम्पिओ ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन को भी बधाई दी जिसने अजहर को एक वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने के लिए अमेरिका के कूटनीतिक प्रयास का नेतृत्व किया। पोम्पिओ ने ट्वीट किया, जैश-ए-मौहम्मद के मसूद अजहर के आतंकवादी बनने पर बातचीत में उनके काम के लिए हमारी टीम @USUN को बधाई।
पोम्पियो ने कहा,"लंबे समय से प्रतीक्षित कार्रवाई अमेरिकी कूटनीति और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक जीत है, और दक्षिण एशिया में शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"