इस अधिनियम में धार्मिक कारणों के चलते पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने वाले लोगों को सेना में शामिल करने की बात कही गई है। अमेरिकी सेना ने वहां सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों को सक्षम बनाने के लिए पिछले सप्ताह ही धार्मिक स्वतंत्रता पर एक नया अधिनियम जारी किया था जिससे दाढ़ी रखने, पगड़ी, हिजाब पहनने वाले लोगों को सेना में शामिल किया जाए।
नए अधिनियम में इन्हें ब्रिगेड-स्तर तक मंजूरी दी गई है। पूर्व में यह सचिव स्तर तक ही सीमित था। गुरू गोबिंद सिंह फाउंडेशन के सचिव राजवंत सिंह ने कहा, अमेरिका में यह सिखों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। अमेरिकी सेना की इस घोषणा के बाद जश्न मनाने के लिए इन्होंने ही एक समारोह का आयोजन किया था।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में अब सिख अमेरिकी सेना में शामिल होने का मन बना रहे हैं। सिंह ने कहा, हम राष्ट्रपति बराक ओबामा और सेना के सचिव एरिक फैनिंग के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने सुनिश्चित किया कि धर्म से जुड़ी चीजों पर प्रतिबंध हटाया जाए। सिख उत्साहित हैं और ऐसे कई युवा लोग हैं जो सेना में अपनी सेवा देना चाहते हैं।