साम्यवादी देश की राजधानी में यह स्थिति तब है जब 2.2 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले शहर में आधी निजी कारें प्रतिबंध के कारण सड़कों पर नहीं चल रही हैं और शहर के स्कूल तथा निर्माण स्थल बंद हैं। बीजिंग की हवा में मंगलवार सुबह पार्टिकुलेट मैटर यानी पीएम 2.5 का स्तर 365 पहुंच गया जो कल 256 के स्तर पर था। पीएम 2.5 हवा में प्रदूषकों को मापने का एक पैमाना है। वर्ष 2013 में बनाई गई चार स्तरीय आपात प्रतिक्रिया प्रणाली में सर्वोच्च स्तर पर आने वाले रेड अलर्ट के तहत सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया और बाहर होने वाले निर्माण कार्यों को रोक दिया गया है। रेड अलर्ट बहुत गंभीर स्तर है। इसे सोमवार को जारी किया गया था और यह आज सुबह सात बजे से बृहस्पतिवार दोपहर तक कायम रहेगा। इस दौरान अधिकारियों ने कारखानों और यातायात पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।
रेड अलर्ट जारी रहने तक कार की संख्या को सीमित कर दिया जाएगा। कारों को उनके नबंर प्लेट के मुताबिक सम और विषम के आधार पर वैकल्पिक दिनों में ही सड़कों पर आने दिया जाएगा। इसके अलावा सम-विषम आधार पर 30 फीसदी सरकारी कारों को भी चलने नहीं दिया जाएगा। कारों पर रोक के चलते अपेक्षा है कि रोजाना करीब 20 लाख और लोग सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि बीजिंग आज से सड़कों पर 21,000 से 25,000 और बसें उतारेगा जिनमें 8,182 बसें स्वच्छ उर्जा से चलने वाली होंगी।
अमेरिकी दूतावास के पास बीजिंग एयर क्वालिटी मॉनिटर ने हवा में पीएम 2.5 का स्तर आज सुबह 365 बताया। अमेरिकी दूतावास के वर्गीकरण के मुताबिक, पीएम 2.5 का स्तर 300 के पार होने पर उसे खतरनाक की श्रेणी में रखा जाता है जिसमें लोगों को घर से बाहर न निकलने सहित उससे बचाव के उपाय करने चाहिए। बीजिंग नगर पर्यावरण निगरानी केंद्र के मुताबिक, धुंध बृहस्पतिवार तक रहेगी और उम्मीद है कि ठंड आने के साथ ही यह बृहस्पतिवार दोपहर से छंटने लगेगी। हर साल सर्दियों में बीजिंग में वायु प्रदूषण एक समस्या रहती है क्योंकि शहर में लाखों घरों को गर्म रखने के लिए कोयले से चलने वाले दर्जनों हीटरों का इस्तेमाल किया जाता है। इसी के साथ उद्योग, यातायात प्रदूषण के अलावा शहर के बाहरी इलाके में कृषि के कचरे को जलाने से होने वाला प्रदूषण भी अपना असर दिखाता है।