कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज में चिकित्साकर्मियों के इस्तेमाल में आने वाले निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की 1.7 लाख किट चीन से भारत को सोमवार को मिल गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुये बताया कि चीन ने भारत को कोरोना संकट से निपटने के लिये सहायता के रूप में ये किट दी हैं।
मंत्रालय के अनुसार देश में निर्मित 20 हजार पीपीई की आपूर्ति होने के साथ ही अब अस्पतालों को 1.90 लाख पीपीई की आपूर्ति कर दी जायेगी। देश में पीपीई की मौजूदा उपलब्धता 3,87,473 हो गयी है।
राज्यों को 2.94 लाख पीपीई की आपूर्ति
मंत्रालय के अनुसार राज्यों को केन्द्र सरकार की ओर से अब तक 2.94 लाख पीपीई की आपूर्ति कर दी गयी है। इसके अलावा देश में ही बने दो लाख एन95 मास्क भी अस्पतालों को मुहैया कराये गये हैं। इसके अलावा अन्य स्रोतों से मिले इस श्रेणी के 20 लाख मास्क की पहले ही अस्पतालों को आपूर्ति कर दी गयी है।
पीपीई की कमी की शिकायतें
देश के विभिन्न हिस्सों से अस्पतालों में पीपीई नहीं होने की शिकायतें आ रही थी। विपक्षी दलों की ओर से भी इस मुद्दे को उठाया जाता रहा है। दरअसल संक्रमित मरीजों के इलाज के दौरान डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा उपायों को अपनाने की ज़रूरत होती है। बता दें कि कोरोना महामारी का इलाज कर रहे कई डॉक्टर भी कोविड-19 की चपेट में आ चुके हैं।
दुनिया भर में 70,000 से अधिक की मौत
चीन में दिसंबर में वायरस से संक्रमण का पहला मामला आने से लेकर अभी तक दुनिया के 191 देशों में 12,77,580 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से कम से कम 2,43,300 लोगों के संक्रमण मुक्त होने की सूचना है। एएफपी ने विभिन्न सरकारी स्रोतों से यह आंकड़ा संकलित किया है। एएफपी के कार्यालयों ने विभिन्न राष्ट्रीय प्राधिकारों और विश्व स्वास्थ्य संगठन से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर यह संख्या जारी की है। हालांकि एजेंसी का मानना है कि कोविड-19 के मरीजों की वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है क्योंकि कई देश सिर्फ गंभीर मामलों में ही संक्रमण की जांच कर रहे हैं।