दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 64,52,390 हो गई है। जबकि इस संक्रमण के कारण 382,412 लोग अपनी जानें गवां चुके हैं। इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 3,041,851 है। वहीं 3,023,638 लोग ठीक भी हो गए हैं।
पाकिस्तान में मंत्री की मौत
पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्वी सिंध प्रांत में मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण से एक प्रांतीय मंत्री की मौत हो गई। समाचार पत्र 'डॉन' की खबर के मुताबिक सिंध के मानव संसाधन मंत्री गुलाम मुर्तजा बलोच 14 मई को कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे। उन्होंने इसकी जानकारी ट्विटर पर साझा करते हुए उन्होंने लोगों से उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ करने की अपील की थी। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने एक बयान में कहा, ''कोरोना वायरस के चलते बलोच का निधन हो गया। वह पीपीपी के बहादुर और मेहनती सदस्य थे। उनकी जगह किसी और को मिलना मुश्किल है।''
ब्रिटेन में मौतों की संख्या 49 हजार के करीब
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार ब्रिटेन में कोरोना से मरने वालों की संख्या 40 हज़ार के क़रीब हो चुकी है, वहीं 2.79 लोग इससे संक्रमित हैं। ब्रिटेन में गरीबी के मुद्दे पर का कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना है कि लॉकडाउन के पहले महीने, मार्च में देश के खाद्यान्न बैंकों पर भारी दवाब पड़ा है। वहीं अप्रैल में मांग रिकॉर्ड स्तर पर रही है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से गरीब परिवार और ज्यादा गरीब हुए हैं और सरकार का सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क इन स्थिति को रोकने के लिए नाकाफी रही है।
अमेरिका में मौतों का सिलसिला जारी
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार अमेरिका में कोरोना महामारी से मरने वालों की आधिकारिक संख्या अब 1 लाख 6 हज़ार 180 हो गई है, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 18 लाख 31 हज़ार 435 हो गई है। अमेरिका में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा है। यहां कोरोना महामारी से मरने वालों की यह संख्या बीते 44 सालों में कोरिया, वियतनाम, इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान में हुए अलग-अलग युद्धों में जान गंवाने वाले अमेरिकी सैनिकों की संख्या से अधिक हो गई है। यह संख्या दूसरे विश्व युद्ध, इराक़ युद्ध, अफ़गानिस्तान युद्ध समेत कुछ अन्य आपदाओं में मारे गए अमेरिकी नागरिकों की संख्या से भी अधिक है।
ब्राजील में एक दिन में 1,262 लोगों ने तोड़ा दम
कोरोना से बुरी तरह प्रभावित ब्राज़ील में बीते 24 घंटों में 1,262 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही देश में अब तक कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा अब 31,199 हो चुका है.ये आंकड़ा ऐसे वक्त आया है जब ब्राज़ील में कई शहर लॉकडाउन से बाहर निकल रहे हैं। यहां रियो डी जेनिरो में समुद्रतट पर भारी संख्या में लोग दिखाई दिए और साओ पाउलो में भी आर्थिक गतिविधियां शुरु की गईं हैं। पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन के निदेशक मार्कोस एस्पीनाल ने कहा है कि ये कहना लॉकडाउन के नियमों लागू न होने की सूतर में ये जानना कठिन है कि ये वायरस अब कैसे पैर पसारेगा। इससे पहले ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो कह चुके हैं कि लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को घाटा होगा। उनका कहना है कि कोरोना वायरस मामूली फ्लू है और इससे होने वाले मौतों को टाला नहीं जा सकता।
चीन में डॉक्टर की मौत
चीन के एक डॉक्टर की करीब चार महीने के इलाज के बाद कोविड-19 से मौत हो जाने की खबर है। ‘द पेपर’ ने अस्पताल सूत्रों के हवाले से कहा कि मंगलवार सुबह हू वाइफेंग का निधन हो गया। अगर इस खबर की पुष्टि की जाती है तो चीन में कई सप्ताह बाद कोविड-19 से यह किसी के मौत का मामला होगा । राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने हालांकि अपनी रिपोर्ट में किसी की मौत की कोई जानकारी नहीं दी है। वहीं चीन में कोविड-19 के 15 नए मामले सामने आए हैं जबिक कोरोना वायरस के केंद्र वुहान में पिछले कुछ सप्ताह में पहली बार बिना किसी लक्षण वाला कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं मिला है। वुहान में पिछले कुछ हफ्ते में 90 लाख से अधिक लोगों की कोविड-19 की जांच की गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि सोमवार को देश में पांच बाहर से आए लोग संक्रमित मिले। वहीं 10 लोग बिना किसी लक्षण के संक्रमित पाए गए। आयोग ने कहा कि अभी तक बिना किसी लक्षण के संक्रमित पाए गए 371 लोगों में से 39 विदेश से आए हैं। ये सभी चिकित्सीय निगरानी में हैं। चीन में सोमवार तक कोरोना वायरस के कुल 83,022 मामले सामने आए, जिनमें से 73 का अभी इलाज जारी है और 78,315 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और 4,634 लोगों की इससे जान गई है।
13 दिनों बाद फ्रांस में एक दिन में 100 से अधिक मौतें
गुजरे 13 दिनों में पहली बार बीते 24 घंटों में फ्रांस में कोराना वायरस की वजह से 100 से अधिक मौतें हुई हैं। देश में हाल में लॉकडाउन के नियमों में ढील देना शुरू किया है। फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ले मेयर ने पहले कहा था कि लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में 11प्रतिशत की गिरावट आ सकती है, हालांकि उनका कहना था कि उन्हें भरोसा है कि हालात सामान्य होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था एक बार फिर तेज़ गति से आगे बढ़ेगी।