कोरोना वायरस का संक्रमण दुनिया भर में तेजी से फैलता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक दुनिया के 159 देशों में 1,85,000 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 7,000 से अधिक लोगों की इससे जान चली गई है। वहीं अब अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 100 के पार हो गई है। जबकि चीन में 11 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 3,237 पर पहुंच गई है।
कोरोना वायरस का कहर इस तरह है कि अमेरिका जैसे विकसित देश में इस संक्रामक बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 105 पर पहुंच गई है और यह विषाणु उसके सभी 50 राज्यों तक फैल गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हालात को संभालने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं जिनमें अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए एक हजार अरब डॉलर का पैकेज देना भी शामिल है।
चीन में और 11 मौतें
कोरोना वायरस का केंद्र रहे चीन के वुहान शहर में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन केवल एक मामले की पुष्टि हुई। हालांकि देश में इस बीमारी से 11 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 3,237 पर पहुंच गई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से 11 और लोगों की मौत हुई तथा 13 नए मामलों की पुष्टि हुई।
डब्ल्यएचओ और अन्य एजेंसियों के आंकड़े बताते हैं कि दुनिया में छह देश कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं.
क्या है इन छह देशों का हाल
-चीन में 3,237 लोग मारे गए हैं। इटली में 2,503 लोगों ने दम तोड़ा है। ईरान में 988 लोगों की जान गई है। स्पेन में 491, दक्षिण कोरिया में 81 और ब्रिटेन में 71 लोग मारे गए हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप से यूरोप ठप्प
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण यूरोप द्वारा अपनी सीमाएं सील करने के बाद फ्रांस में भी पूरी तरह आवाजाही प्रतिबंधित हो गई। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने नागरिकों को आदेश दिया कि वह मंगलवार से लेकर अगले 15 दिनों तक घरों में ही रहें। साथ ही उन्होंने कहा कि गैर-जरूरी यात्राओं और सामाजिक कार्यक्रम पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मैक्रों ने कहा कि यूरोपीय संघ की बाहरी सीमाएं मंगलवार से लेकर अगले 30 दिनों के लिए बंद रहेंगी।
यूरोप में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के कारण फ्रांस ने भी इटली और स्पेन की तरह प्रतिबंध लागू कर दिए हैं, जो कि युद्ध के समय के अलावा शायद ही कभी देखे गए होंगे। दर्जनों देशों ने अपनी सीमाएं सील करने के साथ ही कर्फ्यू लगाने के अलावा अधिकतर सार्वजनिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। स्पेन और रूस ने सोमवार को अपनी सीमाएं सील कर दीं जबकि जर्मनी ने आवाजाही को लेकर कड़ी निगरानी शुरू की है।
ट्रंप ने लंबी लड़ाई के लिए आगाह किया
ट्रंप ने अमेरिकी नागरिकों से कहा है कि एक साथ 10 से ज्यादा लोग एकत्र नहीं हों। साथ ही न्यूयॉर्क और राजधानी वाशिंगटन में कड़े ऐहतियाती कदमों के साथ साथ बड़े पैमाने पर पृथक करने की प्रक्रिया जारी है। ट्रंप जनता को यह समझाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं कि वे संकट का पूरा उपाय कर रहे हैं। उन्होंने जनता से कहा है कि वे महामारी के खिलाफ महीनों लंबे चलने वाले संघर्ष के लिए तैयार रहें। ट्रंप ने संवाददातओं से कहा, 'अगर हम बहुत अच्छा काम भी करते है तो लोग जुलाई, अगस्त के लिए कह रहे हैं।' इस बीच, उन्होंने वायरस के कारण अमेरिका के 'मंदी की ओर' जाने की आशंका भी जताई।
ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया, 'कोविड-19 महामारी एक मानवीय त्रासदी और वैश्विक स्वास्थ्य संकट है, जो विश्व अर्थव्यवस्था के लिए भी प्रमुख जोखिम है।'
स्विट्जरलैंड में आपातकाल की घोषणा, ईरान ने चार प्रमुख शिया तीर्थस्थलों को किया बंद
इस बीच, यूरोप में सर्वाधिक प्रभावित इटली में कोरोना वायरस से दो हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन ने जहां सभी गैर जरूरी कायर्क्रमों और यात्राओं को रोकने की बात कही है, वहीं स्विट्जरलैंड ने आपातकाल की घोषणा कर दी है।
जर्मनी ने तो सभी चर्च, मस्जिद और धार्मिक सभाओं को बंद करने के साथ ही गैर-जरूरी दुकानों तक को बंद करने के आदेश दे दिए हैं।
मध्य-पूर्व में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित ईरान ने भी चार प्रमुख शिया तीर्थस्थलों को बंद कर दिया है।
कनाडा ने भी फिलहाल अमेरिकियों को छोड़कर सभी विदेशियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं।
डब्ल्यूएचओ ने की हर संदिग्ध संक्रमण के मामले की जांच करने की अपील
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टैड्रोस एडनोम गैबरेयेसस ने हर संदिग्ध संक्रमण के मामले की जांच करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चीन में दिसंबर में फैले कोरोना वायरस ने दुनियाभर में कई जानें ली हैं और बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं, ऐसे में हर संदिग्ध मामले की जांच जरूरी है।
पाकिस्तान वायरस से बचने के लिए शहरों को बंद नहीं कर सकता: इमरान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनका देश कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पश्चिमी देशों की तरह व्यापक पैमाने पर शहरों को बंद नहीं कर सकता। अमेरिका और कई अन्य देशों ने इस संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने की कोशिश में रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया है। पाकिस्तान में कराची जैसे कई बड़ी आबादी वाले शहर हैं। खान ने मंगलवार को कहा कि इस कदम पर पहले विचार किया गया था लेकिन अधिकारियों को आशंका है कि यह देश की नाजुक अर्थव्यवस्था को और ध्वस्त देगा।
नया कोरोना वायरस सतहों पर घंटों तक जीवित रह सकते हैं: अध्ययन
अमेरिकी सरकार द्वारा फंडेड अध्ययन के अनुसार, नया कोरोना वायरस वायरस सतह या हवा में कई घंटों तक जीवित रह सकता है। वहीं यह भी जानकारी मिली है कि बिना किसी लक्षण वाले व्यक्ति लोगों के बीच अधिक संक्रणण फैलाने के कारक हो सकते हैं।