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गिरती अर्थव्यवस्‍था से परेशान चीन में बड़ा राजनीतिक फेरबदल

चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की आज से शुरू हुई चार दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी ने बेहद दुर्लभ कदम उठाते हुए शीर्ष स्तर पर बड़ा फेरबदल किया है जिसके तहत आधे से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को या तो पदों से हटा दिया गया है या उनका अन्य पदों पर तबादला कर दिया गया है। बैठक विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में गिरावट रोकने के उद्देश्य से अगले पांच साल के लिए ब्लूप्रिंट तैयार करने के लिए हो रही है।
गिरती अर्थव्यवस्‍था से परेशान चीन में बड़ा राजनीतिक फेरबदल

फिफ्थ प्लेनम कही जाने वाली और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की कार्यप्रणाली की समीक्षा के लिए हर तीन साल में आयोजित होने वाली बैठक शी चिनफिंग के मार्च, 2013 में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद पहली बैठक है। सरकार संचालित ग्लोबल टाइम्स ने आज खबर दी कि वर्ष, 2012 में 18वीं नेशनल कांग्रेस में निर्वाचित केंद्रीय समिति के आधे से अधिक सदस्यों को सीपीसी के पांचवें पूर्ण सत्र से पहले नए पद दे दिए गए हैं या उन्हें वर्तमान पदों से हटा दिया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार ऐसा फेरबदल सीपीसी के इतिहास में अत्यंत दुर्लभ है। बीजिंग डेली अखबार ने खुलासा किया कि वर्ष, 2012 से सीपीसी केंद्रीय समिति के 205 सदस्यों में से कुल 104 अधिकारियों को पदोन्नत, पदावनत या निष्कासित किया गया है। इस कदम को शी के पार्टी पर मजबूत पकड़ बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है जो तेंग श्याओ पिंग के बाद सबसे मजबूत नेता बनकर उभरे हैं। सीपीसी के मौजूदा महासचिव, राष्ट्रपति और सेना प्रमुख शी ने 2012 के अंत में पार्टी की 18वीं कांग्रेस में हू जिंताओ से कार्यभार संभाला था।

बैठक शी द्वारा चलाए जा रहे सबसे बड़े भ्रष्टाचार रोधी अभियान की पृष्ठभूमि में हो रही है। शी, 2022 तक सत्ता में रहेंगे। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख झोउ यांगकोंग सहित कई शीर्ष अधिकारियों और मध्यम एवं छोटे स्तर के हजारों अधिकारियों को दंडित किया गया है। 40 से अधिक सैन्य अधिकारी अभूतपूर्व अभियान में जांच का सामना कर रहे हैं।

पूर्ण सत्र का एजेंडा 13वीं पंचवर्षीय योजना पर चर्चा करना है, जिसकी अध्यक्षता शी करेंगे। इन अटकलों के बीच कि सरकार सकल घरेलू उत्पाद के लक्ष्य को सात प्रतिशत से घटाकर 6.5 प्रतिशत कर सकती है, शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने खबर दी कि पूर्ण सत्र में 2016 से 2020 तक देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए मुख्यत: नई पंचवर्षी योजना के प्रस्तावों की समीक्षा होगी। इन प्रस्तावों पर विचार करने के बाद अंतिम योजना पर अगले साल मार्च में नेशनल पीपल्स कांग्रेस अपनी मुहर लगाएगी और उसके बाद कार्यान्वयन होगा।

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