अमेरिकी सरकार जल्द ही एक बड़ा फैसला लेने जा रही है, जिसका प्रभाव सबसे ज्यादा भारतीयों पर पड़ेगा। ट्रंप सरकार एच1 वीजा होल्डर के जीवनसाथी को मिलने वाले वर्क वीजा पर रोक लगाने जा रही है। इससे एच1बी होल्डर का पति या फिर पत्नी अमेरिका में रह नहीं पाएंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अमेरिका में 70 हजार ऐसे वीजाधारक हैं जिनको एच 4 वीजा मिला हुआ है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस वीजा को शुरू किया था। इस वीजा के शुरू हो जाने के बाद ऐसे लोगों के लिए अमेरिका आना आसान हो गया था।
सबसे ज्यादा फायदा इस वीजा का लड़कियों को मिला था, जिनकी भारत में शादी हुई थी और उनके पति पहले से अमेरिका में काम कर रहे थे। इस वीजा के जरिए स्किल वर्कर्स को भी नौकरी मिलने में आसानी होती थी।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने एच -1 बी वीजा नियमों को कड़ा करने के अमेरिकी सरकार के प्रस्ताव पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को ट्रंप प्रशासन के समक्ष उठाएंगे।
दरअसल एच-1 बी वीजा गैर-आव्रजक वीजा है। इसमें अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को वैसे क्षेत्र में नियुक्त करने की अनुमति होती है जहां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञों की जरूरत है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हजारों कर्मचारियों की नियुक्ति पर निर्भर हैं।