संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाई को रोकने के लिए सहमति बनने के बाद ‘‘हम बेहतर स्थिति में हैं’’ और उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देश इस अवसर का इस्तेमाल अपने ‘‘लंबित मुद्दों’’ से निपटने के लिए करेंगे।
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक जारी रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद दोनों देशों में सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाई को रोकने पर 10 मई को सहमति बनी थीं।
महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने मंगलवार को अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों देशों में बनी सहमति बरकरार है।
दुजारिक ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं। हमें उम्मीद है कि ‘संघर्षविराम’ कायम रहेगा। हम उम्मीद करते हैं कि दोनों पक्ष इस अवसर का इस्तेमाल अपने कई आपसी लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए करेंगे।’’
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत छह और सात मई की दरमियानी रात पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। पहलगाम में हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे। भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।
पाकिस्तानी प्रयासों का भारत ने कड़ा जवाब दिया और पाकिस्तानी वायुसेना के ठिकानों, वायु रक्षा प्रणालियों, कमान एवं नियंत्रण केंद्रों तथा रडार स्थलों सहित कई प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को भारी क्षति पहुंचाई।
भारत एवं पाकिस्तान के बीच सहमति बनने की घोषणा के बाद नयी दिल्ली में सरकार के सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच बातचीत के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी और इसमें कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं था।
इससे पहले, गोलाबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर दोनों देशों के बीच सहमति की घोषणा के तुरंत बाद गुतारेस ने इस कदम का स्वागत किया था और इसे मौजूदा शत्रुता को समाप्त करने एवं तनाव कम करने की दिशा में एक “सकारात्मक कदम” बताया था।