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रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे भारत, मलेशिया : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि भारत और मलेशिया सुरक्षा एवं रक्षा के क्षेत्र में सहयोग को गहरा करेंगे। साथ ही उन्होंने जोर दिया कि दुनिया भर में हुए हालिया आतंकी हमले और भारत तथा अफगानिस्तान के खिलाफ लगातार आतंकी हमलों की कोशिश आतंकवाद की वैश्विक प्रकृति की याद दिलाती है। मोदी ने चरमपंथ और कट्टरपंथ से लड़ने में नेतृत्व मुहैया कराने, आतंकवाद एवं धर्म में किसी भी तरह के संबंध को खारिज करने तथा इस्लाम के वास्तविक मूल्यों को उजागर करने के लिए अपने मलेशियाई समकक्ष नजीब रजाक की सराहना भी की।
रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे भारत, मलेशिया : मोदी

 

कुआलालंपुर के बाहरी हिस्से में फैली प्रशासनिक राजधानी पुत्राजया में नजीब के साथ अपनी बातचीत के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, सुरक्षा के क्षेत्र में हमारे सहयोग के लिए मैं खास तौर पर आपका आभारी हूं। यह हमारी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में हमारी साझा प्रतिबद्धता रेखांकित करता है। हम इस क्षेत्र में अपने सहयोग लगातार प्रगाढ़ करते रहेंगे। आसियान तथा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेने यहां आए मोदी ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ लगातार आतंकी हमलों की कोशिश का जिक्र नहीं भी करें तो विभिन्न देशों में हाल ही में हुए हमले इस खतरे की वैश्विक प्रकृति की याद दिलाते हैं।

चरमपंथ और कट्टरपंथ से निपटने में नजीब के नेतृत्व की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि यह इस चुनौती के खिलाफ वैश्विक प्रयासों का एक महत्वपूर्ण पहलू, बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने आतंकवाद को दुनिया का सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कल कहा था कि इसे धर्म से अलग करना चाहिए। सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग के बारे में मोदी ने बताया कि दोनों देश क्षेत्र में नौवहन सुरक्षा को आगे बढ़ाने तथा आपदा प्रतिक्रिया को पुख्ता बनाने के साथ ही इस सहयोग को मजबूत बनाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा, इस बात को लेकर मैं प्रसन्न हूं कि हम अपने संयुक्त अभ्यासों को उन्नत करने तथा एसयू-30 फोरम की स्थापना करने के लिए सहमत हो गए हैं। उन्होंने बताया कि दोनों देश अभ्यासों के स्तर एवं जटिलता के संदर्भ में तथा प्रशिक्षण एवं रक्षा उपकरणों में सहयोग पर अधिक कदम उठाएंगे। मोदी ने कहा, साइबर सुरक्षा में सहयोग के लिए हमारा समझौता बहुत महत्वपूर्ण है। हमारा जीवन इंटरनेट से ज्यादा जुड़ता जा रहा है और यह मुद्दा हमारे युग की सर्वाधिक गंभीर चिंता के तौर पर उभर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह नजीब के इस विश्वास से सहमत हैं कि द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को उल्लेखनीय रूप से ऊपर उठाया जा सकता है।

उन्होंने कहा हम अपने द्विपक्षीय संबंधों तथा भारत-आसियान समझौतों की पूरी क्षमता का उपयोग करना चाहते हैं। हम क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता के शीर्ष निष्कर्ष के आकांक्षी हैं।

 

मोदी ने द्विपक्षीय रणनीतिक भागीदारी को एक नई उंचाई तक ले जाने का भरोसा जताया। भारत और मलेशिया ने साइबर सुरक्षा, संस्कृति और लोक प्रशासन के संबंध में सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर भी किए।

इस मौके पर मलेशियाई प्रधानमंत्री रजाक ने कहा कि सरकार से सरकार के स्तर पर अनुबंध के तहत नई दिल्ली में एक नया कन्वेंशन सेंटर निर्मित किया जाएगा। नजीब ने अपने बयान में कहा कि दोनों पक्ष रक्षा क्षेत्र में सहयोग करना चाहते हैं और इस क्षेत्र में संयुक्त उत्पादन पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ मुहिम में साझा रुख रखते हैं।

 

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