भारत वैश्विक शांति सूचकांक में चार पायदान ऊपर चढ़कर 137 वें स्थान पर पहुंच गया है। इसकी वजह हिंसक अपराध के स्तर में कमी बताई जा रही है।
आस्ट्रेलिया विचार मंच ‘इंस्टीट्यूट आफ इकोनॉमिक्स एंड पीस’ (आईईपी) की एक रिपोर्ट के अनुसार आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश बना हुआ है। आइसलैंड इस स्थान पर 2008 से ही बना हुआ है। इसके साथ ही पांच सबसे शांतिपूर्ण रैंकिंग वाले देशों में न्यूजीलैंड, आस्ट्रिया, पुर्तगाल और डेनमार्क शामिल हैं।
सीरिया विश्व का सबसे कम शांति वाला देश है, वह इस स्थान पर पिछले पांच वर्षों से कायम है। अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान, इराक और सोमालिया अन्य सबसे कम शांति वाले देशों में हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारत की स्थिति में चार पायदान का सुधार हुआ है और उसकी समग्र रैंकिंग 141 वें स्थान से अब 137 वीं हो गई है।
इंस्टीट्यूट आफ इकोनामिक्स एंड पीस ने कहा, ‘‘ यह मोटे तौर पर कानून प्रवर्तन बढ़ने से हिंसक अपराध के स्तर में कमी आने के चलते हुआ है। इस बीच कश्मीर में 2016 के मध्य में अशांति बढ़ने से भारत और उसके पड़ोसी पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, बाहरी संघर्ष से दोनों देशों में मृतक संख्या बढ़ गई।’’
उसने कहा कि ऐसे देश जिन्होंने पिछले 30 वर्षों में भारी हथियारों की क्षमता में सबसे महत्वपूर्ण वृद्धि प्रदर्शित की वे मुख्य रूप से अस्थिर क्षेत्रों में हैं जहां पड़ोसी देशों के साथ बहुत अधिक तनाव है। इनमें मिस्र, भारत, ईरान, पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया और सीरिया शामिल हैं।
2017 वैश्विक शांति सूचकांक का परिणाम दिखाता है कि पिछले वर्ष शांति का वैश्विक स्तर 0.27 प्रतिशत खराब हुआ है। 92 देशों में यह खराब हुआ जबकि 71 देशों में इसमें सुधार हुआ।