अफगानिस्तान में तालिबान शुक्रवार यानी आज अपनी नई सरकार बना सकता है। मुल्ला बरादर को तालिबान की नई सरकार की कमान सौंपी जा सकती है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने शुक्रवार को ल तालिबान के हवाले से दावा किया है कि काबुल में शुक्रवार को तालिबान अपनी नई सरकार का गठन करेगा। मुल्ला बरादर इस सरकार का नेतृत्व करेंगे। इसके अलाव तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का बेटा मुल्ला मोहम्मद याकूब, शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई भी तालिबान की इस सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर होंगे।
ग़ौरतलब है कि तालिबान की ओर से काफी दिनों से काबुल में नई सरकार के गठन की तैयारियां की जा रही हैं।
लोगों की दिलचस्पी मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को लेकर भी है। साल 1968 में पैदा हुआ मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान का दूसरे नंबर का नेता है। मुल्ला बरादर तालिबान के संस्थापकों में से एक है. 1996 से 2001 तक जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर राज किया, तब मुल्ला बरादर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थीम
हालांकि, 2001 के बाद जब अमेरिका ने अफगानिस्तान में कार्रवाई की तो मुल्ला बरादर पाकिस्तान में चला गया। 2010 में पाकिस्तान ने मुल्ला बरादर को जेल में डाल दिया था दरअसल, उनपर आरोप था कि वह बिना पाकिस्तान को लूप में रखे अफगानिस्तानी सरकार से बात करने के प्रयास में था.
जब साल 2018 में अमेरिका ने तालिबान के साथ बातचीत के प्रयास तेज किये तब तब मुल्ला बरादर को छोड़ा गया। उसके बाद से मुल्ला बरादर ने कतर के दोहा में कमान संभाली और अमेरिका के साथ बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब मुल्ला बरादर अफगानिस्तान में तालिबान की कमान संभाल सकता है।