दक्षिण कोरिया की संवाद समिति योनहाप के अनुसार राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईएस) के उप निदेशक हान की-बियोम ने संसदीय समिति को बताया कि हजारों अधिकारियों ने योन को 30 अप्रैल को मौत की सजा दिए जाते देखा।
योनहाप के अनुसार योन को एक वर्ष से भी कम समय पहले पीपुल्स आर्मड फोर्से का मंत्री नियुक्त किया गया था लेकिन उसे औपचारिक सैन्य समारोहों में भुापकी लेते और कई मौकों पर किम जोंग-उन से बहस करते देखा गया था। हान ने समिति को बताया कि योन को गोला दागकर मौत की सजा दी गई। कई अपुष्ट रिपोर्टों का कहना है कि अधिकारी जब लोगों के सामने उदाहरण पेश करना चाहते हैं तो इस तरीके से मौत की सजा दी जाती है।