उत्तर कोरिया ने बुधवार को अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आइसीबीएम) का परीक्षण किया। इसकी मारक क्षमता 13,000 किलोमीटर बताई जा रही है। उत्तर कोरियाई सरकारी टीवी ने युवा तानाशाह किम जोंग उन के हवाले से दावा किया है इस मिसाइल के जरिए वह अमेरिका के किसी भी हिस्से को निशाना बना सकता है।
अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता कर्नल रॉब मैनिंग ने बताया कि उत्तर कोरिया ने सैन नी नाम की जगह से वॉसोंग-15 आइसीबीएम दागी। करीब 53 मिनट बाद जापान सागर में गिरने से पहले मिसाइल ने तकरीबन एक हज़ार किलोमीटर की दूरी तय की। जापान और दक्षिण कोरिया ने भी परीक्षण की पुष्टि की है।
इस तरह की मिसाइल का परीक्षण किम जोंग उन ने आखिरी बार सितंबर में कराया था। दक्षिण कोरिया के मुताबिक, उत्तर कोरिया साल 2018 तक न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम हो जाएगा। गौरतलब है कि नॉर्थ कोरिया अपनी मिसाइलों को बेहतर बनाने के लिए लगातार परीक्षण कर रहा है।
ताजा परीक्षण के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, यह एक ऐसी घटना है, जिसे हम संभाल लेंगे। अमेरिका इसे संभाल लेगा। उन्होंने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष मून जे इन से फोन पर बातचीत की और इस परीक्षण को दुनिया के लिए गंभीर खतरा बताया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने परीक्षण को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का गंभीर उल्लंघन बताया है। अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के आग्रह पर सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है। इसमें उत्तर कोरिया के खिलाफ और कड़े प्रतिबंध लगाने का फैसला किया जा सकता है। हालांकि अतीत में इन प्रतिबंधों का कोई प्रभाव उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर नहीं दिखा है।