श्वेतलाना एलेक्सिविच का जन्म 31 मई 1948 को यूक्रेन के शहर इवानो फ्रेंकीव्स में हुआ था। उनके पिता बेलारूस जबकि मां यूक्रेन की थीं। जब उनके पिता ने सेना की अपनी नौकरी पूरी कर ली तब उनका परिवार बेलारूस चला गया जहां श्वेतलाना के माता-पिता दोनों ने शिक्षण कार्य को कॅरिअर के रूप में अपना लिया। अपनी शुरुआती पढ़ाई के बाद श्वेतलाना ने भी शिक्षक के रूप में कार्य किया मगर बाद में पत्रकारिता के पेशे में आईं। पत्रकारिता के शुरुआती दौर में उन्होंने पोलैंड की सीमा के निकट ब्रेस्ट में एक स्थानीय अखबार में नौकरी की। उन्होंने अपनी पहली किताब 1985 में लिखी जो 1988 में अंग्रेजी में वॉर्स अनवूमनली फेस के नाम से सामने आई। यह किताब दरअसल उन सैंकड़ों महिलाओं से की गई बातचीत पर आधारित थी जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में हिस्सा लिया था। यह श्वेतलाना के बृहद लेखक चक्र की शुरुआत थी। उन्होंने अपनी किताबों में सोवियत यूनियन के लोगों की जिंदगी को आधार बनाया।। इस कड़ी में 1986 की चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना पर आधारित किताब 1999 में अंग्रेजी में वॉयस ऑफ चेरनोबिल ओर अफगानिस्तान में रूस की सेना की मौजूदगी पर आधारित किताब अंग्रेजी में 1992 में जिंकी ब्वॉयज-सोवियत वॅयस फ्रॉम ए फॉरगटेन वार के नाम से सामने आई। इसके अलावा भी उनका लेखन लगातार जारी रहा।
साहित्य का नोबेल श्वेतलाना एलेक्सिविच को
वर्ष 2015 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार बेलारूस की लेखिका श्वेतलाना एलेक्सिविच को देने की घोषणा की गई है। हमारे वक्त में अपने बहुस्वरीय लेखन के जरिये व्यथा एवं साहस को ध्वनित करने के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा।
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