दक्षिण कोरियाई सेना के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि मिसाइलों को उत्तरी अंतर्देशीय क्षेत्र से दागा गया था और ऐसा प्रतीत होता है कि वे कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें थीं। हालांकि, यह तत्काल स्पष्ट नहीं है कि मिसाइलें समुद्र में कितनी दूरी पर जाकर गिरीं।
अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कोरियाई सेना ने इस संबंध में जानकारी अमेरिका और जापान की सेनाओं के साथ साझा करते हुए निगरानी तंत्र को सक्रिय कर दिया है।
पिछले सप्ताह बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण के बाद 2025 में यह उत्तर कोरिया का दूसरा मिसाइल प्रक्षेपण है। उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसने छह जनवरी को नयी ‘हाइपरसोनिक मिसाइल’ का परीक्षण किया था।
उत्तर कोरिया ने कहा कि छह जनवरी का उसका परीक्षण प्रशांत क्षेत्र में दूरदराज के लक्ष्यों को निशाना बनाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने विरोधी देशों का मुकाबला करने के लिए परमाणु-सक्षम हथियारों के अपने संग्रह का और विस्तार करने का संकल्प जताया है।