अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे आठ आतंकवादियों को पाकिस्तान के सुरक्षा बल ने मार गिराया और इस दौरान चार आतंकी घायल हो गए। सेना की मीडिया मामलों की शाखा ने यह जानकारी दी।
प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा नवंबर 2022 में सरकार के साथ संघर्ष विराम समाप्त करने के बाद पिछले एक साल में पाकिस्तान और खास कर यहां खैबर पख्तूनख्वा तथा बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है।
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पांच और छह अप्रैल की मध्य रात्रि को उत्तरी वजीरिस्तान के हसन खेल के सामान्य क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से घुसपैठ की कोशिश कर रहे खवारिज के एक समूह को देखा।
इसमें कहा गया कि मुठभेड़ के बाद आठ आतंकवादी मारे गए और चार अन्य घायल हो गए। प्रांत द्वारा ‘फितना अल खवारिज’ शब्द का प्रयोग प्रतिबंधित टीटीपी के लिए किया जाता है।
आईएसपीआर ने कहा, ‘‘पाकिस्तान अंतरिम अफगान सरकार से सीमा के अपने हिस्से पर प्रभावी सीमा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए लगातार कह रहा है।’’
आईएसपीआर ने कहा कि ‘‘पाकिस्तान के सुरक्षा बल अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने और देश से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
घुसपैठ की इस विफल कोशिश से पहले, मार्च के अंत में उत्तरी वजीरिस्तान में भी इसी तरह के प्रयास किए गए थे जिन्हें नाकाम कर सुरक्षा बलों ने 16 आतंकवादियों को मार गिराया था।
कुछ दिनों बाद खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों के साथ हुई चार अलग-अलग मुठभेड़ों में 11 आतंकवादी मारे गए - जिनमें से वजीरिस्तान के विभिन्न इलाकों में 10 आतंकियों को ढेर किया गया।
पाकिस्तान संघर्ष एवं सुरक्षा अध्ययन संस्थान (पीआईसीएसएस) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में देश में आतंकवादी हिंसा और सुरक्षा अभियान तेज हो गए हैं। देश में नवंबर 2014 के बाद पहली बार आतंकवादी हमलों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है।