पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी ने कहा है कि हम करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को आमंत्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि वह सिख समुदाय से आते हैं। हम उनको औपचारिक निमंत्रण भेजेंगे। हालांकि सूत्रों का कहना है कि मनमोहन इस न्यौते को स्वीकार नहीं करेंगे। बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर 9 नवंबर को खोला जाना है।
विदेश मंत्री शाह कुरैशी ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन पाकिस्तान के लिए बहुत महत्व रखता है। प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार से विस्तृत चर्चा और परामर्श के बाद हमने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित करने का फैसला किया है। सिंह का पाकिस्तान में बहुत सम्मान है, इसलिए हम उन्हें आमंत्रित करने जा रहे हैं।
मनमोहन सिंह को औपचारिक निमंत्रण भेजेगा पाकिस्तान
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, कुरैशी ने कहा कि 'हम पूर्व भारतीय पीएम मनमोहन सिंह को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए निमंत्रण देना चाहते हैं। वह सिख समुदाय का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। हम उन्हें औपचारिक निमंत्रण भी भेजेंगे।' हाल के समय में जम्मू-कश्मीर को लेकर जिस तरह से भारत-पाक में तनाव है, उसे देखते हुए सिंह पाक जाएंगे या नहीं इस पर अभी उनका कोई बयान नहीं आया है।
दरअसल, पाकिस्तान की तरफ से यह बयान तब आया है जब भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है।
9 नवंबर को खोला जाएगा करतारपुर कॉरिडोर
करतारपुर साहिब कॉरिडोर को 9 नवंबर को खोला जाना है। गुरु नानक की 50वीं जयंती से तीन दिन पहले 9 नवंबर को इसे खोल दिया जाएगा। जिससे बिना वीजा के भारत से सिख करतारपुर जाकर दर्शन कर सकेंगे। परियोजना निदेशक आतिफ माजिद ने कहा कि कॉरिडोर पर काम करीब करीब पूरा हो गया है। हर दिन भारत से आने वाले 5,000 सिख तीर्थयात्रियों के लिए 76 आव्रजन काउंटर स्थापित किए जाएंगे। इनकी संख्या में आगे बढ़ोतरी की जाएगी क्योंकि तीर्थयात्रियों की संख्या 10 हजार पहुंचने की उम्मीद है। कुछ दिनों पहले पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब की उसारी का 5वां वीडियो जारी कर करतारपुर कॉरिडोर के प्रोजेक्ट का 100% काम पूरा करने का दावा किया था। वहीं, भारत की ओर से करतारपुर कॉरिडोर रोड जीरो लाइन तक बनाने का काम 85% पूरा कर लिया गया है।
पिछले साल नवंबर में रखी गई थी कॉरिडोर की आधारशिला
नवंबर में भारत और पाकिस्तान ने इस कॉरिडोर के अपने-अपने क्षेत्र में निर्माण की आधारशिला रखी थी। पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक मंदिर के साथ पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ने के लिए भारत और पाकिस्तान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर बनाया जा रहा है। पाकिस्तान भारतीय सीमा से लेकर गुरुद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण कर रहा है, जबकि गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक से सीमा तक भारत द्वारा बनाया जा रहा है।
सिखों के लिए पवित्र जगहों में से एक है करतारपुर
करतारपुर कॉरिडोर सिखों के लिए पवित्र जगहों में से एक है। ऐसा इसलिए क्योंकि सिखों के धर्मगुरु गुरुनानक ने अपनी जिंदगी के 17 साल 7 महीने 9 दिन यहां गुजारे थे। परिवार के साथ वे यहीं बस गए थे और उनके माता पिता का देहांत भी यहीं हुआ था। भारतीय सीमा की तरफ से श्रद्धालु सीमा पर खड़े होकर ही दूरबीन से ही इसका दर्शन करते हैं। बीते साल करतारपुर कॉरिडोर तब चर्चा में आ गया था जब सिखों के लिए इसका रास्ता तैयार करवाया गया था। पाकिस्तान के अनुसार यहां पर भारत से 5000 सिख यात्री के आगमन के लिए केंद्र स्थापित किए गए हैं।