राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लोगों के सामने आए हुए एक हफ्ते से भी ज्यादा समय हो गया है। मॉस्को और रूस में पुतिन को लेके सभी के मन में सवाल है। यह सवाल तब सामने आया जब पुतिन ने अचानक से कजाखस्तान की यात्रा रद्द कर दी और एक अन्य देश के प्रतिनिधियों के साथ संधि को लेकर अपनी मुलाकात को भी स्थगित कर दि और इसके साथ ही वह रूस की आंतरिक इंटेलिजेंस सर्विस FSB के टॉप अधिकारियों की सालाना बैठक से भी नदारत दिखे। पुतिन की गैरमौजूदगी के बारे में अफवाहें बढ़ने लगी हैं। यहां तक कि उनके निधन की खबरें भी फैल गई हैं। एक अफवाह यह है कि वह अपनी प्रेमिका के बेटे के जन्म के लिए स्विट्ज़रलैंड में हैं। अफवाहाें में उनके तख्तापलट की कहानी भी फैल गई है। हालांकि उनके प्रवक्ता दमित्रि एस. पेश्कोव ने पुतिन की गैरमौजूदगी को लेकर लगाई जा रही अटकलों को हंसी में टाल दिया है। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि 'वह ठीक हैं।' अब सभी को सोमवार का इंतजार है। सोमवार को उन्हें किर्गिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात करनी है और अगर तब भी वह लोगों के सामने नहीं आए तो जनता में घबराहट फैल सकती है।
पुतिन की लापता होने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले पुतिन साल 2000 में कर्स्क पनडुब्बी के डूबने के बाद कुछ दिनो के लिए 'लापता' हो गए थे। वर्ष 2002 में जब आतंकियों ने मॉस्को में एक थिएटर पर कब्जा कर लिया था, तब भी वह जनता के सामने नहीं आए थे। मगर इसके बाद वह हर मौके पर जनता के सामने रहे हैं।